बालाजी सेवा संस्था के 14वें रक्तदान शिविर में महिलाओं की रिकार्ड भागीदारी


अजमेर।
बालाजी सेवा संस्था की ओर से 14वां विशाल स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन रविवार को नया घर गुलाबाबाडी स्थित तेजाजी की देवली पर किया गया। शिविर में महिलाओं ने भी बढचढकर हिस्सा लिया। इस शिविर में 351 यूनिट रक्त संग्रहित किया गया। बीते 13 साल से रक्तदान शिविर लगातार हो रहा है। संस्था अब तक 700 संगठनों के बीच पहुंचकर 10 हजार से अधिक लोगों को रक्तदान के लिए मोटीवेट कर चुकी है।

संस्था के संस्थापक अविनाश सैनी ने बताया कि आमजन की रिकार्ड भागीदारी से संस्था का उत्साह बढा है। इस बार महिलाओं में ब्लड डोनेशन को लेकर आई जागृति काबिले तारीफ है। महिलाओं ने पुरुषों के बराबरी का आंकडा छुआ है। सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4:30 बजे तक लोग रक्तदान के लिए आते रहे। जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय, राजकीय महिला चिकित्सालय तथा निजी क्षेत्र के त्रिवेणी ब्लड बैंक को शिविर के जरिए आवश्यकतानुरूप सभी प्रकार के ग्रुप का रक्त संग्रहण को मिला।

गंभीर बीमारियों से पीडितों का बचेगा जीवन

उन्होंने कहा कि शिविर रक्तदान से प्राप्त यह रक्त अस्पतालों में थैलेसिमिया, कैंसर रोगियों, प्रसूताओं, दुर्घटना में घायल मरीजों के साथ ही गंभीर बीमारियों से पीडित लोगों का जीवन बचाने में काम आएगा। शिविर के दौरान डाक्टर प्रिया खुराना ने फिजियोथैरेपी काउंटर पर सेवाएं दीं। इसके अलावा जेएलएन अस्पताल से डाक्टर मनोज टांक और लवलिना टांक ने जांच कर करीब 100 मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श दिया। ब्लड बैंक से आए मेडीकल स्टाफ की सेवाएं सराहनीय रहीं।

70 साल के बुजूर्ग ने भी किया रक्तदान

माली सेना के शहर अध्यक्ष हेमराज खारोलिया ने बताया कि संस्था के सदस्य आमजन के बीच सक्रिय रहकर उन्हें निरंतर रक्तदान के लिए प्रेरित करते रहते हैं। उन्हें रक्तदान के फायदे बताए जाते हैं साथ ही रक्तदान सामाजिक सरोकारों से जुडाव की महत्वपूर्ण कडी है। संस्था का मकसद यह है कि जरूरत के समय किसी अस्पताल में रक्त की कमी ना रहे। उन्होंने बताया कि एक यूनिट ब्लड से तीन लोगों की जान बचाई जा सकती है। इस बार का कैंप कुछ खास रहा। इसमें 18 साल के युवा से लेकर 70 साल तक के बुजूगों ने भी रक्तदान कर मिसाल पेश की। रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र के साथ ही भगवत गीता और हेमलेट प्रदान कर सम्मानित किया गया।

रक्तदान शिविर में इनका रहा विशेष योगदान

माली सेना सेना के कार्यकर्ताओं प्रदीप कछावा, हेमराज सिसोदिया, जितेन्द्र भाटी, हरिसिंह गढवाल, मोहित टांक, रवि कछावा, नेहा आलूदिया आदि ने शिविर के दौरान व्यवस्था संभाले रखी। शिविर में टैंट का सहयोग दिनेश पालडिया, भोजन व्यवस्था प्रदीप चौहान व बालकिशन कछावा, फूल मालाओं की व्यवस्था पूनमचंद मारोठिया की ओर से की गई। एसबीआई के उमेश तूनवाल की ओर से प्रशस्ति पत्र मुहैया कराए गए। हेमलेट गुप्तदान के जरिए प्राप्त हुए।

इससे पहले शिविर का शुभारंभ बालाजी महाराज की प्रतिमा तथा सावित्री बाई फूले के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। इस मौके पर अतिथियों के रूप में डाक्टर राजीव खंडेलवाल, बालाजी संस्था के अध्यक्ष गणेश टांक, संस्थापक अविनाश सैनी, पुष्कर के पूर्व विधायक डाक्टर गोपाल बाहेती, सुरेश राठोड, पार्षद बीना टांक, समाजसेवी शारदा मालाकार, राजेश भाटी, एडवोकेट बबीता टांक मौजूद रहे।