धर्मध्वजा पूजन के साथ 16 दिवसीय चेटीचंड पखवाड़ा महोत्सव का प्रारम्भ

अजमेर। पूज्य झूलेलाल जयंती समारोह समिति के तत्वावधान में 10वां चेटीचंड पखवाड़ा महोत्सव का 31 मार्च से 15 अप्रेल तक मनाया जाएगा।

रविवार को नगीना बाग स्थिति जतोई दरबार में स्वामी दांदूराम साहिब दरबार ट्रस्ट संस्था की ओर से 21 फीट की झूलेलाल मूर्ति पर धर्मध्वजा पूजन, संत महात्माओं के आशीर्वाद, सिंधी भाषा में हनुमान चालीसा पाठन व भजनों की प्रस्तुति के साथ महाआरती हुई।

कार्यक्रम संयोजक राजेश खटवाणी व राहुल ठारवाणी ने बताया कि ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महन्त स्वरूपदास, तुलसी किशन धाम स्वामी ईसरदास, निर्मल धाम के स्वामी आत्मदास, श्रीराम विश्वधाम स्वामी अर्जुनदास, प्रेम प्रकाश आश्रम वैशाली नगर के स्वामी रामप्रकाश, शम्भूनाथ बगीची के गोवर्धननाथ जी, जतोई दरबार से भाई फतनदास, प्रेम प्रकाश आश्रम आदर्श नगर के दादा नारायणदास, सांई बाबा मन्दिर के महेश तेजवाणी, शीतल गीता मन्दिर के भीष्म देवजाणी, ग्वालानन्द दरबार के सेवादार विश्नदास, घण्डू घोट दरबार की दीदी कौशल्या देवी सहित अन्य संतों व समाज के प्रबुद्ध जनों की उपस्थिति पखवाड़े के कार्यक्रम शुरुआत हुई।

महंत स्वरूपदास ने कहा कि भगवान झूलेलाल ने धर्म की रक्षा के लिए अवतार लिया। सभी सनातन धर्मियों की पुकार पर आराध्य देव झूलेलाल सिंधु नदी के किनारे धर्म की रक्षा के लिए अवतारित हुए। झूलेलाल समारोह समिति ने सनातन धर्म का जो सेवा का संकल्प लिया है उसके लिए हम सब आशीर्वाद और सभी की समृृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं। ये सदैव धर्म के कार्य करते हैं जो औरों के लिए प्रेरणादायक है।

जतोई दरबार के फतनदास ने कहा कि यहां स्थापित आराध्यदेव झूलेलाल की 21 फुट की प्रतिमा की देश विदेश में प्रसिद्ध हो रही है। यह पखवाड़ा सभी को हर्षोल्लास से मनाएं तथा सेवा के कार्यों में आगे बढ़चढ़कर भाग लें। गर्मी प्रारम्भ हो रही है, ऐसे में पक्षियों के लिए घर की छतों पर परिन्डे लगाने के साथ गौ माता की भी सेवा करें।

समिति अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने पखवाड़े कि जानकारी देते हुए कहा कि 16 दिवसीय कार्यक्रम में 15 अप्रेल तक 40 संस्थाएं मिलकर 50 विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करेंगी। सबसे प्राचीन सिंधु संस्कृति, सभ्यता व परम्पराओं से युवा पीढ़ी को जोड़ने का प्रयास निरंतर जारी है।आराध्यदेव झूलेलाल सिंधु नदी से प्रकट होकर सनातन धर्मियों पर हो रहे अत्याचारों से मुक्ति दिलाई थी।

प्रचार मंत्री प्रकाश जेठरा ने बताया कि गायक कलाकार घनश्याम भगत एवं पार्टी ने शानदार प्रस्तुति दी। शहनाई वादन से अतिथियों का स्वागत किया गया। आराध्य झूलेलाल, भगवान श्रीराम, स्वामी दांदूराम साहिब व स्वामी होतूराम साहिब के समक्ष दीप-प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। लता लख्याणी ने सिंधी में हनुमान चालीसा की प्रस्तुति दी। मंच संचालन झूलेलाल समारोह समिति के महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने किया। संरक्षक गिरधर तेजवानी ने स्वागत भाषण दिया। हर्षुल थारवाणी ने आभार व्यक्त किया। अंत में प्रसाद वितरित किया गया। लोकसभा चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान के लिए आमजन के जाग्रत करने के लिए संतों के आग्रह पर पखवाड़ा महोत्सव में होने वाले कार्यक्रमों में बैनर लगाकर अपील की जाएगी।

समारोह में पखवाड़ा कोषाध्यक्ष लाल नाथाणी, संरक्षक भगवान कलवाणी, नरेन शाहणी, उपाध्यक्ष राधाकिशन आहूजा, जीडी वृंदाणी, जगदीश अबिचंदाणी, हरी चन्दनानी, हरकिशन टेकचंदानी, शंकर बदलानी, तुलसी सोनी, पुष्पा साधवाणी, अनिल आसनाणी, महेश टेकचंदाणी, दिशा किशनानी, रमेश मेंघाणी, ओम हीरानंदाणी, जयकिशन लख्याणी, महेश मूलचन्दाणी, स्वागत समिति हरिराम कोडवाणी, मोहन चेलाणी, प्रेम केवलरामाणी, देवीदास साजनाणी, महेश्वरी गोस्वामी, रूकमणी वतवाणी, कौशल्या कुंदनाणी, श्वेता शर्मा, माला टेवाणी, अनिता आलवाणी, युवा समिति मुकेश आहूजा, गौरव मीरवाणी, सांस्कृतिक समिति केजे ज्ञानी, दिलीप भूराणी, खेमचन्द नारवाणी, किशन नेभवाणी, जयप्रकाश मंघाणी, पुरूषोतम तेजवानी, राजेन्द्र जयसिंघानी, किशनचंद तीर्थाणी, रोचीराम, खुशालदास, नरेन्द्र वसरानी, कमलेश शर्मा, तुलसी रामचंदानी, दीपा पारवानी उपस्थित थे।

सोमवार 1 अर्प्रेल को आयोजित होने वाला कार्यक्रम

1 अप्रैल शाम 4 बजे, चेटीचंड ऐं सिंधी भाषा मान्यता दिवस के महत्व पर सिंध इतिहास व साहित्य शोध संस्थान व श्री अमरापुर सेवा घर की ओर से संगोष्ठी होगी। इसके संयोजक शंकर बदलानी ने बताया कि वक्ता सुधार सभा के संरक्षण ईश्वर ठाराणी, शिक्षाविद राधाकिशन मोटवाणी व वरिष्ठ पत्रकार गिरधर तेजवाणी रहेंगे।