हरमनप्रीत कौर का अर्द्धशतक, बांग्लादेश पर भारत की आसान जीत

ढाका। कप्तान हरमनप्रीत कौर (54 नाबाद) के अर्द्धशतक और स्मृति मंधाना (38) के साथ उनकी 70 रन की साझेदारी की बदौलत भारत ने पहले महिला टी20 में रविवार को बांग्लादेश पर सात विकेट की आसान जीत दर्ज की। बांग्लादेश ने भारत के सामने 115 रन का मामूली लक्ष्य रखा, जिसे हरमनप्रीत की टीम ने तीन विकेट गंवाकर 16.2 ओवर में हासिल कर लिया।

हरमनप्रीत ने इस एकतरफा जीत में 35 गेंद पर दो छक्कों और छह चौकों की सहायता से नाबाद 54 रन बनाते हुए मंधाना के साथ तीसरे विकेट के लिए 70 रन की साझेदारी की। मंधाना लक्ष्य तक पहुंचने से पहले आउट हो गयीं, लेकिन हरमनप्रीत ने 17वें ओवर की दूसरी गेंद पर चौका लगाकर भारत को जीत दिलाई।

भारत ने टॉस जीतकर गेंदबाज़ी का फ़ैसला किया और रनों पर लगाम कसते हुए पावरप्ले में शमीमा सुल्तान (13 गेंद, 17 रन) का विकेट निकाला। शुरुआती चार ओवरों में मात्र 16 रन बनने के बाद शमीमा ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहीं मिन्नू मणि को एक छक्का और एक चौका लगाया, लेकिन ओवर की चौथी गेंद पर वह जेमिमा रॉड्रिग्स को कैच देकर पवेलियन लौट गई।

पावरप्ले के बाद साथी रानी ने सातवें ओवर में अमनजोत कौर को तीन चौके लगाकर रनगति बढ़ाना चाही लेकिन वह भी आउट होने से पहले 26 गेंद पर 22 रन ही बना सकीं। बांग्लादेश की पारी में बड़ी साझेदारियां न होना उनकी सबसे बड़ी समस्या रही। कप्तान निगार सुल्तान सात गेंद पर दो रन बनाकर आउट हुईं, जबकि शोर्ना अख्तर के साथ चौथे विकेट के लिए 21 रन जोड़ने के बाद शोभना मोस्तरी भी रनआउट हो गयीं।

शोभना ने 33 गेंदें खेलीं लेकिन वह दो चौकों की मदद से 23 रन ही बना सकीं। शोर्ना ने अंततः रितु मोनी के साथ पांचवें विकेट के लिए 33 रन की साझेदारी कर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। रितु (13 गेंद, 11 रन) आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद पर रनआउट हो गयीं, जबकि शोर्ना 28 गेंद पर दो छक्कों की सहायता से 28 रन बनाकर नाबाद रहीं। मिन्नू ने तीन ओवर में 21 रन देकर एक विकेट लिया, जबकि पूजा वस्त्राकर (चार ओवर, 16 रन) और शेफाली वर्मा (तीन ओवर, 18 रन) को भी एक-एक विकेट हासिल हुआ।

भारत के लिए लक्ष्य का पीछा करने उतरीं शेफाली वर्मा को मारूफा अख्तर ने शून्य रन पर पगबाधा आउट किया। जेमिमा रॉड्रिग्स ने 14 गेंदें खेलकर दो खूबसूरत चौके लगाए, लेकिन सुल्ताना खातून की गेंद पर बोल्ड होने से पहले वह भी सिर्फ 11 रन ही बना सकीं। मंधाना ने हालांकि दूसरे छोर से अपना प्रहार जारी रखा और भारत ने पावरप्ले में 41 रन बना लिए।

बांग्लादेश के गेंदबाजों ने स्पिन के प्रयोग से भारत की रनगति पर लगाम लगानी चाही, हालांकि हरमनप्रीत और मंधाना नियमित अंतराल पर चौके लगाकर पारी को आगे बढ़ाते रहे। मेज़बान टीम के पास 12वें ओवर में हरमनप्रीत को आउट करने का मौका था लेकिन सुल्ताना खातून अपनी ही गेंद पर उनका कैच नहीं लपक सकीं।

हरमनप्रीत ने जीवनदान मिलने के फौरन बाद 13वें ओवर में राबिया खान को एक छक्का और एक चौका जड़ा। अगले ओवर में आगे बढ़कर खेलने की कोशिश करते हुए मंधाना (34 गेंद, पांच चौके, 38 रन) आउट हो गईं, जिसके बाद हरमनप्रीत ने यास्तिका भाटिया (नौ नाबाद) के साथ मिलकर भारत को जीत दिलाई। भारत ने इस जीत के साथ तीन मैचों की शृंखला में 1-0 की बढ़त बना ली है। सीरीज का दूसरा मुकाबला मंगलवार को खेला जाएगा।