अहमदाबाद। गुजराती नववर्ष पर्व बुधवार को सुबह चार बजे से ही आतिशबाजी तथा पटाखे चलाकर हर्ष, उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया। नववर्ष के अवसर पर तीन दिन राज्य के दैनिक समाचार पत्र के कार्यालयों में अवकाश रहेगा। राज्यभर में सोशल मीडिया व्हाटस एप, फेसबुक और ट्वीटर पर अपने रिश्तेदारों और मित्रों को नववर्ष की शुभकामनाएं देने का सिलसिला देर रात रात बारह बजे से ही शुरू हो गया था।
वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार गुजराती नववर्ष के मौके पर लोगों ने सुबह जल्दी उठकर घर के आंगन में रंगोली और दरवाजों को सजाकर, पटाखे चलाकर नववर्ष का स्वागत किया ओर सजधज कर मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना कर नए साल के लिए सुख, शांति,समृद्धि और विकास की कामना की। इसके बाद एक दूसरे के घर जाकर नवर्ष मुबारक, साल मुबारक कहकर उन्हें शुभकामनाएं दीं। नववर्ष के अवसर पर लोगों ने एक दूसरे को मिठाईयां भी बांटी और मुंह मीठा कराया।
यह दौर हर रोज दीप जलाकर, पटाखे चलाते हुए पांच दिनों तक जारी रहेगा। इन पांच दिनों तक गुजरात में बाजार बंद रहेंगे। राज्य के अधिकांश व्यापारी पांच दिनों के बाद लाभ पांचम से अपने अपने व्यवसाय शुरू करेंगे। बुधवार को नववर्ष तथा गुरूवार को भाईदूज के अवसर पर तीन दिन राज्य के दैनिक समाचार पत्र के कार्यालयों में अवकाश रहेगा। इसलिए 22 से 24 अकटूबर तीन दिन तक दैनिक समाचार पत्र प्रकाशित नहीं होंगे।
पारंपरिक रूप से गुजरात में दीपावली की रात को लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना के बाद अगले दिन से शुरू होने वाले नए साल पर दुकानें और बाजार बंद कर दिए जाते हैं। लेकिन इस बार दिवाली के दूसरे दिन पडतर (खाली) दिन होने के कारण बुधवार को 22 अक्टूबर को गुजरातीयों का नया साल मनाया गया। नए साल के दूसरे दिन दीपोत्सव पर्व भाई दूज 23 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन बहन भाई को अपने घर बुला कर तिलक कर भाई के लम्बे जीवन कि प्रार्थना करती है मिठाई खिलाती है और भाई भी बहन के जीवन कि मंगल कामना कर भेंट देते हैं।
नया साल मनाने का सिलसिला पांच दिन 26 अक्टूबर लाभ पांचम तक एक दूसरे को नए साल की बधाईयां देकर मनाया जाएगा। सभी बाजार नये साल के पहले माह की पांचवी तिथि (लाभ पाचम) से खोले जाएंगे जबकि कुछ दुकानें (सातम) सात दिनों तक बंद रहती हैं और सभी दुकानदार विशेष मुर्हूत में दुकाने खोलते हैं।