युवा अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाई विवेकानंद जयंती

अजमेर। अधिवक्ता परिषद राजस्थान की अजयमेरु ईकाई की ओर से शुक्रवार को जिला बार के सभागार में स्वामी विवेकानन्द जंयती युवा अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाई गई।

ईकाई के महामंत्री भरत कुमावत ने बताया कि विवेकानन्द जयन्ती पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता राजकीय विधि महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. आरएन चौधरी व विशिष्ट वक्ता डॉ. स्वतंत्र कुमार शर्मा रहे। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में धर्मनिरपेक्ष राज्य में अध्यात्म का महत्व विषय पर मुख्य वक्ता डॉ. चौधरी ने बताया कि पंथनिरपेक्ष तथा आध्यात्म में निश्चित रूप से सम्बंध है।

उन्होंने पंथनिरपेक्ष को संविधान के 42वें संशोधन के जरिए संविधान में जोड़े जाने के बारे में बताया कि पंथनिरपेक्ष का उद्भव वेदांत, अद्वेतवाद से उदभूत हुआ है। जीव सेवा अध्यात्म के चिंतन का मूल है। स्वामी विवेकानंद के जीवन से प्रेरणा लेकर मानवता के उच्च मूल्यों को स्थापित करना वेदान्त का मुख्य तत्व है जो की पण्डित दीनदयाल के अंत्योदय मंत्र के रूप में परिमार्जित करता है।

विशिष्ट वक्ता डॉ. स्वतंत्र कुमार शर्मा ने स्वामी विवेकानन्द के जीवन से परिचय कराते हुए बताया कि विवेकानंद जब 4 साल पश्चात जब भारत लौटे तो इस पुण्य धरा पर लौटने लगे। उन्होंने इसका कारण बताया कि विदेशों की भूमि भोग भूमि है तथा भारत की भूमि योग भूमि है। स्वामीजी ने प्रत्येक भारतीय का स्वाभिमान जगाया, युवाओं को राष्ट्र निर्माण के पथ पर चलने के लिए प्रेरित किया तथा युवा अधिवक्ताओं को स्वामीजी के जीवन से प्रेरणा लेने उनके साहित्य का अध्यन करने पर बल दिया तथा अधिवक्ता परिषद् के साथ मिलकर स्वाध्याय मण्डल के आयोजन करने का महत्व बताया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चन्द्रभान सिंह राठौड़ ने स्वामी विवेकानन्द के बताए मार्ग का अनुसरण कर कर्म करने पर बल दिया। अधिवक्ता परिषद अजयमेरू ईकाई महामंत्री भरत कुमावत ने अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद् का परिचय देते हुए संगठन की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डाला। ईकाई अध्यक्ष भवानी सिंह रोहिल्ला ने कार्यक्रम में पधारे अधिवक्ताओं व अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

कार्यक्रम में मंच संचालन श्यामसुंदर व चन्द्रशेखर ने किया। कार्यक्रम में अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जगदीश सिंह राणा, चितौड़ प्रांत के अध्यक्ष बसंत विजयवर्गीय, प्रांत महामंत्री उमरदान सिंह लखावत, प्रांत कोषाध्यक्ष जयप्रकाश शर्मा, चितौड़ प्रांत के कार्यालय मंत्री भूपेन्द्र सिंह चौहान, चितौड़ प्रांत कार्यकारिणी सदस्य लक्ष्मीकांत शर्मा सहित अजयमेरू ईकाई के पदाधिकारी व अधिवक्ता उपस्थित रहे।