चीन ने भारत की सीमा में नहीं किया है कोई कब्जा : वीके सिंह

जयपुर। केन्द्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं नागर विमानन राज्यमंत्री जनरल डॉ. वीके सिंह ने कहा है कि पिछले दस वर्ष में चीन ने भारत की सीमा में कोई कब्जा नहीं किया हैं। डा सिंह शनिवार को यहां प्रेस वार्ता में बोल रहे थे।

उन्होंने कांग्रेस के भारत की सीमा में चीन द्वारा कब्जा कर लेने के आरोपों के बारे में किए गए सवाल पर यह बात कही। उन्होंने इसे मिथ्य करार देते हुए कहा कि यह मिथ्य दिमाग से निकाल देना चाहिए। मोदी सरकार के शासन में चीन ने न कोई कब्जा किया है और नहीं ही कोई कब्जा करने दिया जा रहा है। परेशानी क्या है कि चीजों को अलग तरीके से पेश किया जाता है जिसे मानकर चलते हैं।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में जो स्थिति थी आज भी वह ही स्थिति हैं और उसमें कोई बदलाव नहीं आया है। अगर कोई इस तरह की बात कह रहा है तो उसे माननी नहीं चाहिए। पीओके के भारत में शामिल हो जाने के सवाल पर डा सिंह ने कहा कि उन्होंने कहा था कि वह अपने आप आ जायेगा। उसे आने दो, उसे मना रहे हैं।

सेना में अग्निवीर के रुप में भर्ती के बारे में किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि योजना के बैच अब सेना की यूनीटों में आने लगे हैं और जो रिपोर्ट मिली है उसके अनुसार जो बच्चे उसमें आ रहे वे सब संतुष्ट हैं और रिपोर्ट अच्छी है। योजना शुरु हुई हैं और इसके दो साल बाद देखना हैं कि आगे क्या रहता है।

रोजगार के बारे में किए गए सवाल पर डा सिंह ने कहा कि पिछले दस वर्षों में देश में रोजगार बढ़ा हैं और असंगठित क्षेत्र में लोगों को काफी रोजगार मिला है। चुनाव के समय सालाना दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि दस लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया गया था और शुरु में दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया गया था जो पूरा हो गया है।

उन्होंने मोदी सरकार की पिछले दस वर्षों की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि इन वर्षों में देश में सड़कों का जाल बिछा दिया गया है जो एक बड़ी उपलब्धि है। वर्ष 2014 में राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई 90 हजार किलामीटर थी और अब एक लाख 60 किलोमीटर हो गई हैं। उन्होंने कहा कि जहां नागर विमानन का सवाल हैं वर्ष 2014 में 74 हवाई अड्डे थे जिनकी संख्या बढ़कर 148 पहुंच गई हैं और कई हवाई अड्डों का काम चल रहा है तथा प्रयास है कि आने वाले दिनों में इनकी संख्या 200 तक पहुंचे।

डा सिंह ने कहा कि वर्तमान में देश का कैपेक्स बजट 11 लाख 11 हजार 1101 लाख करोड़ का है और इससे हमारी आर्थिक स्थिति अच्छी हुई हैं। उन्होंने कहा कि देश की ग्रोथ रेट पूरी दुनियां में 6़ 8 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है जो और कोई देश में नहीं है। इस कारण पूरे विश्व की निगाहे भारत की तरफ हैं। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव हो पाया है जब केन्द्र में एक मजबूत सरकार है, अच्छा नेतृत्व और एक ऐसा प्रधानमंत्री है जो सब चीजों पर ध्यान देते है और व्यक्तिगततौर से पूरा समय देते है ताकि देश अच्छे रास्ते पर चले।

उन्होंने कहा कि देश में महिला सशक्तिकरण के लिए काम किया गया है। इसी तरह युवाओं के लिए भी बहुत काम किया गया है। उन्होंने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने लगातार हर वर्ष अपना ही रिकाॅर्ड तोड़ा है। भारत की स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 192 देशों में से 162 देश भारत में निवेश कर रहे हैं। ये निवेश किसी एक क्षेत्र में ना होकर 32 अलग-अलग क्षेत्रों में और देश के हर राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों में किया जा रहा है। वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान भी भारत ने एफडीआई के क्षेत्र में रिकाॅर्ड स्थापित किया था।

डा सिंह ने कहा कि भारत में कोल का उत्पादन पिछले पांच सालों में रिकाॅर्ड स्तर पर हुआ है वहीं भारत में स्वनिर्मित वंदे भारत जैसी ट्रेनों का संचालन हो रहा है। आज रेलवे का विद्युतीकरण बहुत तेजी से बढ़ रहा है। भारत ग्रीन एनर्जी के साथ हाइड्रो एनर्जी के क्षेत्र में जापान के बराबर रिसर्च कर रहा है। यहां हाइड्रोजन से सौर ऊर्जा बनाने पर तेजी से काम किया जा रहा है। भारत में डिजिटलीकरण भी तेजी से बढ़ रहा है। मोबाइल का निर्यात लगातार बढ़ रहा है। भारत के दूर दराज गांव में भी डेटा का उपयोग किया जा रहा है। आज विश्व का 60 प्रतिशत डिजीटल ट्रांजेक्शन भारत में ही हो रहा है।

उन्होंने कहा कि  मोदी के नेेतृत्व में पिछले दस सालों में युवाओं के लिए व्यापक स्तर पर नये स्टार्टअप शुरू हुए। देश में स्टार्टअप का इको सिस्टम बनाया गया, वर्ष 2015 में देश में महज 415 स्टार्ट अप ही थे, आज अगर एक करोड़ टर्नओवर वाले स्टार्ट अप की संख्या में भारत विश्व में तीसरे पायदान पर पहुंच गया जबकि स्टार्टअप की संख्या के मामलों में हम दूसरे नंबर पर और नए स्टार्ट अप शुरू होने की संख्या के मामलों भारत आज विश्व में पहले स्थान पर है। इन सभी के आधार पर भारत विकसित भारत की ओर अग्रसर हो रहा हैं।