कांग्रेस किसी को नहीं निकालना चाहती : सुखजिंदर सिंह रंधावा

जयपुर। कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा है कि कांग्रेस किसी को नहीं निकालना चाहती और कांग्रेस को कोई छोड़ गया, लेकिन कांग्रेस ने किसी को नहीं छोड़ा। जो छोड़कर गया उसका जो हाल हुआ वह सब जानते हैं।

रंधावा ने जयपुर हवाई अड्डे पर पर मीडिया से बातचीत में आज यह बात कही। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को लेकर किए सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तो कभी किसी को नहीं निकालना चाहती। कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है, जो हर आदमी का सत्कार करती है। जो पुराने हैं, उनको तो कभी भी नहीं छोड़ेगी। कांग्रेस को कोई छोड़ गया, लेकिन कांग्रेस ने किसी को नहीं छोड़ा। जो छोड़कर गया उसका जो हाल हुआ सबको पता है।

रंधावा ने पायलट की जनसंघर्ष पद यात्रा पर कहा कि यह उनकी निजी यात्रा थी। इस यात्रा से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। यात्रा होनी चाहिए, लेकिन पार्टी प्लेटफार्म पर बात होनी चाहिए। पायलट को पार्टी की मीटिंग में बात उठानी चाहिए थी। वहां बोलते तो वहीं पूरी कांग्रेस के लीडर बैठे रहते, वहीं बात होनी चाहिए। अगर मीटिंग में वहां बात नहीं होती तो फिर हम कहते कि उनकी सुनी नहीं गई।

उन्होंने कहा कि यात्रा निकाले लेकिन कर्नाटक चुनावों की वोटिंग से पहले यात्रा की घोषणा कर दी और वोटिंग से पहले ही यात्रा निकाली गई जो अच्छी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ गुस्सा जरूर होता है। मैं भी चाहता हूं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई हो।

उन्होंने कहा कि पायलट को यह भी कहना चाहिए कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के संजीवनी घोटाले में भी कार्रवाई होनी चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समय का भ्रष्टाचार है तो उसकी भी टाइम बाउंड जांच होनी चाहिए।

रंधावा ने कहा कि पायलट तथ्यों के साथ आरोप लगाते तो मैं उनके समर्थन में आने वाला पहला आदमी होता। मैं भी इनकी टाइम बाउंड जांच की बात कहता। भ्रष्टाचार के खिलाफ मैं भी हूं। मैं भी चाहता हूं कि कार्रवाई होनी चाहिए।

अगर पायलट तथ्यों सहित आरोप लगाते तो मैं मुख्यमंत्री से जांच की मांग ​करता। पायलट के उनकी मांगें नहीं मानी जाने पर आंदोलन के अल्टीमेटम पर धावा ने कहा किअल्टीमेटम पर तो मुख्यमंत्री जवाब देंगे। मैं यही कहूंगा कि अगर कोई गड़बड़ी की बात है तो सीधे ऐसे कह देना कि जांच होनी चाहिए, इसकी बजाय पहले तथ्यों के साथ आना चाहिए था। जो आरोप लगाए हैं, उनको पब्लिक में लेकर आना चाहिए था। अगर पूरे तथ्य रखकर आरोप लगाते तो सुखजिंदर सिंह पहला आदमी होगा जो मुख्यमंत्री से कहता कि इनकी टाइम बाउंड इंक्वायरी करवाकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल होना चाहिए।