कोनराड संगमा ने दूसरी बार मेघालय के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली

शिलांग। मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) विधायक दल के नेता निर्वाचित कोनराड संगमा ने मंगलवार को यहां लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

राज्यपाल फागू चौहान ने राजभवन के विशाल लॉन में आयोजित भव्य समारोह में श्री संगमा को मुख्यमंत्री पद की थपथ दिलाई। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कई राज्य के मुख्यमंत्री मौजूद रहे।

दिलचस्प तथ्य यह भी रहा है कि पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने मेघालय में नए मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत की। मोदी और शाह के अलावा भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, असम के मुख्यमंत्री और पूर्वोत्तर जनतांत्रिक गठबंधन (एनईडीए) के संयोजक हिमंत बिस्वा शर्मा, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग और झारखंड के मुख्यमंत्री एम हेमंत सोरेन समारोह में शामिल हुए।

मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस – 2.0 सरकार और विपक्षी कांग्रेस के लगभग सभी सत्तारूढ़ विधायक और वॉयस ऑफ द पीपल पार्टी (वीपीपी) के विधायक शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. मुकुल संगमा के नेतृत्व में विपक्षी तृणमूल कांग्रेस के विधायक अनुपस्थित रहे।

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री प्रिस्टोन टायन्सॉन्ग ने भी लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली। एनपीपी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व परिवहन मंत्री, स्निआवभलंग धर को कैबिनेट मंत्री के रूप में उनकी दूसरी पारी में उपमुख्यमंत्री के रूप में पदोन्नत किया गया। एनपीपी सरकार में मुख्य रूप से एक के बजाय दो उपमुख्यमंत्री होंगे जिससे खासी और जयंतिया हिल्स क्षेत्र को समान प्रतिनिधित्व मिलेगा। त्यनसोंग खासी हिल्स से है जबकि धार जैंतिया हिल्स क्षेत्र से है।

लगातार छठीं बार पिनथोरुमरवाह सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखने वाले भाजपा विधायक, अलेक्जेंडर लालू हेक को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। एनपीपी के जिन अन्य कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली उनमें अम्पारीन लिंगदोह, एटी मोंडोल, कॉमिंगोन यंबन, मार्कुइस एन मारक और रक्कम ए संगमा शामिल हैं।

हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में 11 सीटें जीतने तथा कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और अन्य छोटे दलों के समर्थन से गैर-एनपीपी एवं गैर-भाजपा नेतृत्व वाली सरकार का नेतृत्व करने के अपने प्रयास में विफल रही यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी को दो कैबिनेट मंत्री पद दिए गए हैँ।

यूडीपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रहे पॉल लिंगदोह और किरमेन शायला ने शपथ ली। शपथ लेने वाले अन्य मंत्री हिल स्टेट पीपुल डेमोक्रेटिक पार्टी के शकलियर वारजरी थे। वारजरी पश्चिम खासी हिल्स क्षेत्र से पहली बार विधायक बने हैं।

सूत्रों के मुताबिक उत्तर तुरा सीट से जीतने वाले पूर्व राज्यसभा सदस्य एनपीपी के थॉमस संगमा विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगे, जबकि पार्टी के वरिष्ठ विधायक टिमोथी डी शिरा उपाध्यक्ष बने रहे सकते हैं।