किंग चार्ल्स तृतीय का राज्याभिषेक, नए सम्राट की ताजपोशी

लंदन। किंग चार्ल्स (तृतीय) को शनिवार को ब्रिटेन (यूके) और 14 अन्य राष्ट्रमंडल क्षेत्रों के सम्राट का ताज पहनाया गया, जो 1953 के बाद से मध्य लंदन के वेस्टमिंस्टर एब्बे में देश का पहला राज्याभिषेक था।

राज्याभिषेक की रस्म लगभग दो घंटे तक चली और इसमें सम्मान, शपथ, अभिषेक, अधिष्ठापन और राज्याभिषेक सहित विभिन्न चरणों के बाद ताजपोशी की गई और अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि दी गई।

चार्ल्स तृतीय को औपचारिक रूप से कैंटरबरी के आर्कबिशप के रूप में ताज पहनाया गया। जस्टिन वेल्बी ने सम्राट चार्ल्स के सिर पर सेंट एडवर्ड का ताज रखा। ऐतिहासिक चर्च में घंटियां बजी, तुरहियां बजाई गईं और इस पल को यादगार बनाने के लिए बंदूकों से सलामी दी गई।
ब्रिटेन में महारानी एलिजाबेथ (द्वितीय) के राज्यारोहण के 70 वर्ष बाद नई ताजपोशी हो रही है।

सम्राट चार्ल्स तृतीय (74) ने अपनी मां एवं महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु के बाद पिछले साल सितंबर में सिंहासन संभाला था। रानी कैमिला का भी आज एक बहुत ही सादे समारोह में राज्याभिषेक किया गया था, उन्हें क्वीन मैरी का ताज पहनाया गया था।

सम्राट चार्ल्स तृतीय और रानी कैमिला वेस्टमिंस्टर एब्बे में ताजपोशी के आयोजन के बाद बकिंघम पैलेस लौटेंगे। सम्राट और रानी उसी मार्ग से वापस लौटेंगे जिस मार्ग से वे सुबह आए थे। मार्ग पर हजारों लोग सड़कों पर अपने नए सम्राट और सम्राज्ञी के दीदार के लिए कतार में लगे थे।

चार्ल्स तृतीय के ताजपोशी में देश-विदेश के शीर्ष नेता शामिल हो रहे है और भारत का प्रतिनिधित्व उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कर रहे हैं। ब्रिटेन का यह शाही दम्पती और उनके शाही परिवार के सदस्य अपराह्न के बाद बकिंघम पैलेस की बालकनी पर से आयोजित प्लाइंग-पास्ट को देखने के लिए आएंगे और उसके बाद औपचारिक रूप से इन कार्यक्रमों का समापन होगा।