ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की प्रेम कहानी का खुलासा

पुणे। मराठी पत्रकार दिगंबर दराड़े की ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के जीवन के विभिन्न पहलुओं से आम लोगों को रूबरू कराने वाली किताब इन दिनों युवाओं के बीच जबरदस्त आकर्षण का केंद्र बनी हुई है जिसमें सुनक के जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया है वहीं भारत के व्यापार जगत के चमकते नाम इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति के साथ उनकी प्रेमकहानी को भी रोचक अंदाज में पेश किया गया है।

पूरी दुनिया में मिलियन डॉलर की प्रेम कहानी के नाम से मशहूर अक्षता और ब्रिटिश प्रधानमंत्री की प्रेम कहानी दराड़े की किताब में दिलचस्प तरीके से सामने आई हैं। किताब में बताया गया है कि भारत में अपनी पूरी शिक्षा के बाद, अक्षता ने एमबीए के लिए कैलिफोर्निया में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में दाखिला लिया और यहीं पर उनकी पहली मुलाकात सुनक से हुई जो अब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री हैं।

सुनक ने बचपन से ही स्टैनफोर्ड में पढ़ने का सपना देखा था और उन्होंने छात्रवृत्ति प्राप्त कर अपने शिक्षा के सपने को पूरा किया लेकिन इस विश्वविद्यालय में जाने के बाद उन्हें एक ऐसी लड़की से प्यार हो गया, जिसका नाम भारतीय व्यापार जगत में काफी नाम है और जिनका परिवार अमीरों की सूची में शामिल है।

पिछले माह जारी की गई पुस्तक वर्तमान में युवाओं के बीच खूब चर्चा में है। पढ़ाई में बेहद मेधावी सुनक पढ़ने का सपना लेकर स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी आए थे। पढ़ाई पूरी करने के दौरान उनकी और अक्षता की मुलाकात हुई।

किताब के मुताबिक दोनों में दोस्ती हुई और ये दोस्ती प्यार में बदल गई। बेंगलूरु की जोड़ी ने 2009 में शादी की और वर्तमान में उनकी दो बेटियां हैं। एक बार सुनक ने उन्हें स्वीकार करने के लिए अक्षता को धन्यवाद भी दिया, जो एक बहुत अमीर परिवार से ताल्लुक रखती थीं।

इसके अलावा इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति ने भी अपनी बेटी द्वारा चुने गए लड़के पर गर्व जताया। अक्षता इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति की बेटी हैं। लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता सुधा मूर्ति ने अपनी बेटी को बचपन से ही लग्जरी लाइफस्टाइल की आदत डाले बिना बेहद सादा जीवन जीना सिखाया।

किताब में यह भी कहा गया है कि बचपन में अक्षता को महंगी कार से नहीं, बल्कि रिक्शा से स्कूल भेजा गया था। अक्षता मूर्ति खुद एक फैशन डिजाइनर हैं और उनकी कुल संपत्ति 700 मिलियन डॉलर है।

अक्षता ने बताया कि ब्रिटेन में बसने के बाद भी अपनी भारतीय पहचान को बनाए रखने को लेकर एक बार दोनों के बीच विवाद भी हुआ था। तब मैंने उन्हें बताया कि मुझे भारत और ब्रिटेन दोनों से प्यार है। ऋषि सुनक ने भी इस पर अपनी पत्नी का पक्ष लिया, जिसे पुस्तक में जोड़ा गया है।