राजस्थान की कांग्रेस सरकार के शासन में भ्रष्टाचार एवं तुष्टीकरण की भरमार : सुधांशु त्रिवेदी

जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण एवं वादाखिलाफी करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इसके शासन में भ्रष्टाचार एवं तुष्टीकरण की भरमार हैं वहीं देशद्रोह कानून को हटा देने का वादा करने के बाद सबसे पहला प्रयोग भी इसी सरकार ने अपने विधायकों के खिलाफ किया जो इनकी कथनी और करनी में फर्क को दर्शाता है।

त्रिवेदी शनिवार को यहां भाजपा मीडिया सेंटर में मीडिया को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन के पिछले पांच सालों का जिक्र करते हुए कहा कि नौजवान हैरान, किसान परेशान, कानून व्यवस्था लहूलुहान, सरकार के अंदर घमासान और किताबों के अंदर महाराणा प्रताप से ज्यादा अकबर महान इस तरह के हालात हैं। उन्होंने कहा कि इस दौरान इसके शासन में भ्रष्टाचार की भरमार है, महिलाओं का सम्मान तार-तार है, तुष्टीकरण की भरमार है और इस दृश्य को देखकर वेदना होती है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता पाने से पहले बेरोजगार नौजवानों को भत्ता देने की गारंटी दी थी लेकिन गारंटी पूरी नहीं की। पेपर लीक की बात करें तो डेढ़ दर्जन बार पेपर लीक हुए, किसानों के लिए 2018 के चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का जो तेवर था एक से दस तक की गिनती और कर्ज माफ लेकिन पांच साल में हालात जस के तस हैं।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान में कभी सांप्रदायिक सौहार्द का वातावरण ऐसा नहीं था पहले कट्टरपंथियों का मनोबल इतना ऊंचा नहीं था जैसा कि अभी है। कानून व्यवस्था इतनी ध्वस्त नहीं थी जो इस समय दिखाई दे रही है। महिलाओं और दलितों पर अत्याचार में प्रदेश नंबर वन है महिलाओं के प्रति तो इतनी भयंकर घटनाएं हुई है जिसे बयां करना भी मुश्किल है। वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की सरकार बनी जिसने तीन करोड़ 40 लाख जन-धन खाते खोले गए जिसके माध्यम से 12 हजार करोड रुपए जमा हुए।

त्रिवेदी ने कहा कि जल जीवन मिशन में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार और घोटाले के मामले राजस्थान में सामने आ रहे हैं। 42 लाख परिवारों को जल की सप्लाई हुई है। महिलाओं के साथ अत्याचार की इतनी वीभत्स घटनाएं राजस्थान में देखने को मिली हैं किसी बहन को भट्टी में जला देना किसी के साथ पुलिस के द्वारा बलात्कार किया जाता है तो कहीं बच्चियों के साथ दुष्कर्म किया जाता है। इसके अलावा प्रदेश में भ्रष्टाचार को नई ऊंचाईयां मिल रही है। एक चोर के घर में बोरा भरके प्रॉपर्टी के कागजात मिले और यह चोरी एक ठेकेदार के घर में हुई थी जो कि सरकारी पैसे की चोरी का आरोपी है। आप देखिए कि सरकार किसकी है, यहां तो चोर और सरकार मौसेरे भाई हो गए।

त्रिवेदी ने कहा कि इतना ही नहीं कांग्रेस में भ्रष्टाचार अब एक नए डाइमेंशन में पहुंच रहा है जल जीवन मिशन में जो भ्रष्टाचार हुआ है उसको समाचार पत्रों की रिपोर्ट के अनुसार माने तो साफ-साफ कहा गया 18,800 करोड रुपए के टेंडर तो बगैर क्वालिटी की तसल्ली किए दे दिए गए। कांग्रेसी भ्रष्टाचार का डाइमेंशन इतना बड़ा है कि छत्तीसगढ़ में एक प्रकरण सामने आया है जिसमें मुख्यमंत्री को महादेव बैटिंग ऐप का पैसा मिल रहा है जो कि जुए से आया हुआ पैसा है। इसमें यह आरोप भी लगा है कि ये पैसा यूएई से आया है।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कर्नाटक के एक नेता का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें समुदाय विशेष के लोगों को कहा जा रहा है कि जैसे कर्नाटक में एकजुट होकर हराया वैसे ही राजस्थान में करना है, मध्यप्रदेश में कमलनाथ कहते हैं कि हमें मुसलमानों के सौ प्रतिशत वोट चाहिए वहीं कर्नाटक में कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जारकी ने कहा कि हिंदु शब्द ही गंदा है। वही नेता राजस्थान में आकर सीधे तौर पर सांप्रदायिक अपील कर एकजुट होकर हराने की बात कहता है।

त्रिवेदी ने आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान में पीएफआई को प्रतिबंध से एक सप्ताह पहले रैली की अनुमति दी जाती है। यहां केवल मात्र सर तन से जुदा होने का नारा ही नहीं लगा बल्कि ऐसा कर भी दिया गया। कांग्रेस ने 2019 के चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि देशद्रोह कानून को हटा देंगे, लेकिन सबसे पहला प्रयोग भी कांग्रेस सरकार ने किया और अपने विधायकों के खिलाफ ही यह उपयोग किया जो इनकी कथनी करनी में फर्क को दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि लाल डायरी का जिक्र करते हुए कहा कि अगर उसमें कुछ भी नहीं हैं तो विधानसभा में उस लाल डायरी को छीनने के लिए मारामारी क्यों हुई। उन्होंने कहा कि अरब देशों से पैसा आने की बात जांच एजेंसी के माध्यम से सामने आई है। त्रिवेदी ने कहा कि जांच एजेंसियों की जांच पर सवाल उठाने वाले लोगों को वह कहना चाहेंगे कि 1990 के दशक से पिछले 33 वर्षों में पीवी नरसिम्हा राव सरकार के समय से आज तक एक साल ऐसा नहीं गया जब देश में कांग्रेस का कोई नेता कोर्ट या जांच एजेंसी के चक्कर लगाता हुआ ना मिला हो। लालू प्रसाद यादव पर भी आरोप लगे थे और सत्ता में रहते हुए भी जेल चले गए थे।

उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर राजस्थान में कांग्रेस सरकार के पांच साल के कामकाज को संक्षिप्त में देखने पर पाएंगे कि पूरे पांच साल राजस्थान का नौजवान हैरान है, किसान परेशान है, कानून व्यवस्था लहूलुहान है सरकार में आपसी घमासान है और इनकी इतिहास में महाराणा प्रताप से ज्यादा अकबर महान है। यह दुख दर्द से सिसकती महिलाओं एवं दलितों के शोषण वाली अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार का राजस्थान है। परंतु हमें पूर्ण विश्वास है कि अब परिवर्तन का समय आ गया है राजस्थान की जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है।