बंगाल के लोग तृणमूल सरकार के कुशासन को खत्म करने का ले चुके हैं संकल्प : अमित शाह

कोलकाता/नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में जनता तृणमूल कांग्रेस सरकार के कुशासन से त्रस्त है और बदलाव चाहती है, राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को दो तिहाई बहुमत से जीत मिलेगी।

राज्य के दौरे पर आए शाह ने कोलकाता में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता ममता बनर्जी के 14 साल के कुशासन से त्रस्त और तंग आकर बदलाव का मन बना चुकी है। उन्होंने कानून व्यवस्था , महिला सुरक्षा, उद्यमों के राज्य से बाहर भागने, वृद्धि दर में गिरावट, प्रति व्यक्ति आय में कमी समेत तमाम मुद्दों पर टीएमसी की ममता सरकार को घेरा।

शाह ने विश्वास जताया कि आगामी अप्रैल में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में जनता भय, भ्रष्टाचार, कुशासन और घुसपैठ को बढ़ावा देने वाली तृणमूल कांग्रेस को दरकिनार कर के विकास, विरासत और गरीब कल्याण के लिए एक मजबूत सरकार बनाने का संकल्प ले चुकी है।

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम बंगाल की जनता को आश्वासन देना चाहते हैं और वादा भी करते हैं कि राज्य में भाजपा की सरकार बनने के साथ ही यहां की विरासत को पुनर्जीवित करेंगे, विकास की गंगा फिर से तेज गति से बहेगी और गरीब कल्याण को प्राथमिकता दी जाएगी।

शाह ने कहा कि ममता राज में बंगाल में पिछले 14 वर्षों से भय और भ्रष्टाचार, बंगाल की पहचान बना हुआ है। उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल, 2026 के बंगाल में भाजपा की सरकार बनने के साथ ही हम बंग गौरव, बंग संस्कृति और उसके पुनर्जागरण की शुरुआत करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल को स्वामी विवेकानंद, बंकिम चंद्र चटर्जी, गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों का बंगाल बनाने का प्रयास करेगी।

शाह ने याद किया कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को पश्चिम बंगाल में 17 प्रतिशत वोट और दो सीटें मिली थीं। वहीं 2016 के विधानसभा चुनाव में हमें 10 प्रतिशत वोट मिले और तीन सीटें मिलीं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ कर 41 प्रतिशत हो गया और 18 सीटें मिलीं।

उन्होंने 2021 के विधानसभा चुनाव का उल्लेख करते हुए कहा कि उसमें हमें 38 प्रतिशत वोट और 77 सीटें मिलीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की स्थापना बंगाल में हुई थी, आज वह पार्टी यहां शून्य पर पहुंच गई है और राज्य में 34 वर्षों तक राज करने वाला कम्युनिस्ट गठबंधन को एक भी सीट नहीं मिली है और हमारी पार्टी विपक्ष की भूमिका में है।

शाह ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने 39 प्रतिशत वोट प्राप्त किए और 12 सीटें प्राप्त कीं। उन्होंने दावा किया कि 2026 में हम निश्चित रूप से प्रचंड बहुमत के साथ बंगाल में भाजपा की सरकार बनाने वाले है।

शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल की सीमा से हो रही घुसपैठ सिर्फ बंगाल का नहीं यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। उन्होंने कहा कि देश की संस्कृति को बचाना है, देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है, तो बंगाल की सीमाओं को सील करने वाली सरकार लानी पड़ेगी। यह काम सिर्फ भाजपा कर सकती है।

शाह ने कहा कि संसद के सदन में बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा रचित वंदे मातरम् की चर्चा का तृणमूल कांग्रेस ने विरोध किया है। क्योंकि इसकी चर्चा का समर्थन करने से उनको अपने वोट बैंक के नाराज हो जाने का खतरा था। उन्होंने बंगाल की जनता से पूर्ण बहुमत से भाजपा की जिताने की अपील की। उन्होंने देश को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए भाजपा को जनता के मजबूत समर्थन की आवश्यकता पर बल दिया।

शाह ने इस अवसर पर नेताजी को याद किया और कहा कि आज 30 दिसंबर का दिन हम सभी भारतीयों के लिए गौरव का दिन है। बंगाल की भूमि के सुपुत्र, महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस ने आज ही के दिन 1943 में पोर्ट ब्लेयर में पहली बार स्वतंत्र भारत का झंडा फहराया था। जो यह हमारी आजादी के संग्राम का महत्वपूर्ण पड़ाव था।