सहारनपुर और कुशीनगर में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या हुई 26

hooch tragedy :  26 people dead in Saharanpur and Kushinagar after consuming spurious liquor
hooch tragedy : 26 people dead in Saharanpur and Kushinagar after consuming spurious liquor

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और कुशीनगर जिलों में जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों की तादाद बढ़ कर 26 हो गई है।

आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि बिहार सीमा से सटे कुशीनगर में 10 लोगों ने जहरीली शराब के सेवन के बाद दम तोड़ दिया जबकि सहारनपुर में 11 लोग इस वजह से अकाल मृत्यु का शिकार हुए हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घटना को संज्ञान में लेते हुए दोषियों की धरपकड़ के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने पीड़ितो को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने को कहा है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनो को दो लाख रूपए और अस्पताल में इलाज करा रहे लोगों को 50 हजार रूपए मुआवजे का ऐलान किया है।

योगी ने आबकारी विभाग के मुख्य सचिव को अगले 15 दिनों तक अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ संयुक्त आपरेशन चलाने के लिए निर्देशित किया है। पुलिस महानिदेशक से कहा गया है कि पुलिस घटना के लिए दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। जिला आबकारी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। योगी ने डीजीपी को निर्देश दिए हैं कि वे दोनो जिलों के पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करें और इसकी रिपोर्ट उन्हे दें।

सहारनपुर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार सीमावर्ती उत्तराखंड के रूड़की में जहरीली शराब से 10 लोगों की मृत्यु हुई है जबकि जिले में शराब के सेवन से मरने वालो की तादाद बढ़कर 11 हो गई है। मृतकों में नगला क्षेत्र के उमाही गांव निवासी इमरान (48),पिंटू (32), कमरपाल (32) और अरविंद (30) शामिल है। सात अन्य भी इसी गांव के निवासी बताए जाते है हालांकि उनके नाम पता नहीं चल सके हैं।

कुशीनगर में गुरूवार देर रात दो और लोगों के दम तोड़ने के साथ जिले में जहरीली शराब से मरने वालों की तादाद बढकर 10 पहुंच गई है। इस सिलसिले में नौ अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है। आबकारी निरीक्षक और विभाग के दो हेड कांस्टेबल के अलावा तरया सुजान के इंस्पेक्टर समेत चार पुलिस कर्मियों को पुलिस लाइन भेजा गया है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि जहरीली शराब से बेदूपुर गांव निवासी रामवृक्ष (32) और रामनाथ (45) ने देर रात दम तोड़ दिया। इसके अलावा चंचल चौहान (45) की शराब पीने के कुछ देर बाद मृत्यु हो गयी जबकि देवा निषाद (55), हीरालाल निषाद (33) और अवध किशोर निषाद की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी।

पुलिस अधीक्षक राजीव नारायण मिश्रा ने बताया कि दो मृतकों की पोस्टर्माटम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं होने के कारण बिसरा वाराणसी भेजा गया है जबकि अन्य शवों की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। एसएचओ तरया सुजान विनय पाठक और दो कांस्टेबिलो को पुलिस लाइन भेजा गया है।

जिलाधिकारी अनिल कुमार सिंह ने इस सिलसिले में अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी है। उन्होने कहा कि मेरी रिपोर्ट के आधार पर आबकारी निरीक्षक हृदय नारायण पांडेय, दो हेड कांस्टेबिल और दो कांस्टेबिल को निलंबित किया गया है। स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक मौनी आमवस्या के पर्व पर कई लोगाें ने देशी शराब का सेवन किया था जो बाद में एक बड़े हादसे का सबब बना।