जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के चौथे दिन हुई साहित्यिक चर्चा की बौछार

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित पांच दिवसीय जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का चौथा दिन साहित्यिक चर्चा के नाम रहा और दिन की शुरुआत डॉ. कमला शंकर की खूबसूरत संगीतमय प्रस्तुति के साथ हुई।

इस दौरान डॉ. शंकर ने हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की मधुर प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके संगीत ने रविवार की बरसात की सुबह को कुछ और सुहाना बना दिया। टीमवर्क आर्ट्स और उनके लंबे समय से पार्टनर ब्रिटिश काउंसिल ने भारत-यूके 2030 रोडमैप के अनुरूप भारत और यूके के बीच कलात्मक सहयोग और नेटवर्क को मजबूत करने के लिए एक मेमोरेंडम तैयार किया। इस पार्टनरशिप का उद्देश्य ज्ञान के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाना, कलाकारों और संस्कृतियों को जोड़ना और वैश्विक स्तर पर अपने नेटवर्क का विस्तार करना है।

जेएलएफ स्पेन वलाडोलिड के दूसरे संस्करण की आधिकारिक तारीखों की घोषणा सैमसंग गैलेक्सी टैब एस9 सीरीज जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2024 के दौरान हुई। यह फेस्टिवल आगामी 30 मई से तीन जून में आयोजित होगा। घोषणा के बाद संस्कृति उपमंत्री और आयुक्त स्पैनिश भाषा, मार सांचो सान्ज़ ने दर्शकों को संबोधित किया।

वाणी प्रकाशन बुक्स और टीमवर्क आर्ट्स ने संस्कृत से स्पेनिश में अनुवाद के लिए इस वर्ष का वाणी फाउंडेशन डिसटिंगुइश्ड ट्रांसलेटर अवार्ड से ऑस्कर पुजोल को सम्मानित किया। पुजोल ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से संस्कृत में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की और उनका भारत के साथ जीवन भर जुड़ाव रहा है। वह नई दिल्ली और रियो डी जनेरियो के सर्वान्तेस इंस्टीट्यूट के निदेशक और कासा एशिया के शैक्षिक कार्यक्रमों के निदेशक रहे हैं। वह कई पुस्तकों के लेखक और अनुवादक हैं।

फेस्टिवल में कई सत्रों का आयोजन हुआ उनमें सत्र कॉमन येट अनकॉमन में श्रोताओं ने जोरदार तालियों के साथ लोकप्रिय लेखिका, समाज कार्यकर्ता और स्नेही व्यक्तित्व सुधा मूर्ति का स्वागत किया। सत्र के शुरू में उन्होंने बताया कि वो एक जिज्ञासु बच्ची थीं, जो अपने आस-पड़ोस की सारी बातें जानना चाहती थीं। उन्होंने कहा कि मैं बस लोगों के बारे में ज़्यादा से ज़्यादा जानना चाहती हूं, वे कहां से आए हैं, क्या करते हैं वगैरह… क्योंकि मेरे लिए कोई इंसान सिर्फ इंसान नहीं है, वो एक किताब है और ऐसी ज्यादा से ज्यादा किताबें पढ़ना चाहती हूं। मूर्ति ने अपनी किताब कॉमन येट अनकॉमन के जरिये अपने बचपन और स्मालटाउन परवरिश व माहौल के बारे में बताया।

टाइम शेल्टर में सत्र में इंटरनेशनल बुकर 2023 से सम्मानित लेखक गोर्गी गोस्पोदिनोव ने अपने किताब और लेखन पर बात की। हॉलीवुड टू हिमालयाज सत्र की शुरुआत में भगवती सरस्वती ने अपने बचपन और बेवर्ली हिल्स, कैलिफोर्निया में बीते समय को याद किया। द गोल्डन मोल सत्र में प्रसिद्ध लेखिका कैथरीन रुंडेल की किताब, द गोल्डन मोल: एंड अदर लीविंग ट्रेजर पर चर्चा हुई। फर्स्ट एडिशन सत्र में अकादमिक और लेखक इंद्रजीत रॉय की नई किताब ऑडेशियस होप: हाउ टू सेव ए डेमोक्रेसी का परिचय देते हुए संसद सदस्य और लेखक शशि थरूर ने भारतीय लोकतंत्र की वर्तमान स्थिति और भविष्य के लिए उनकी आशाओं के बारे में गहन चर्चा की।

इसी तरह हाउ प्राइम मिनिस्टर डिसाइड सत्र में पुरस्कार विजेता पत्रकार और अनुभवी राजनीतिक टिप्पणीकार नीरजा चौधरी की नई किताब हाउ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड स्वतंत्र भारत के छह प्रमुख प्रधानमंत्रियों के जीवन और निर्णयों पर प्रकाश डालती है। फायर बर्ड सत्र में 2023 जेसीबी साहित्य पुरस्कार विजेता पेरुमाल मुरुगन, प्रकाशक कन्नन सुंदरम और मानसी सुब्रमण्यम ने संवाद किया। फायर बर्ड लेखक के जीवन, विस्थापन और आंदोलन के अनुभव पर आधारित है।

इरफ़ान: ए लाइफ इन मूवीज सत्र में अभिनेता इरफान खान के शानदार काम और भारतीय सिनेमा पर उसके प्रभाव पर चर्चा हुई। नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के दिनों से लेकर टेलीविजन में उनके लगभग एक दशक लंबे कार्यकाल और द नेमसेक, लाइफ ऑफ पाई, मकबूल और हिंदी मीडियम जैसी अग्रणी फिल्मों में उनके काम तक, इरफान की स्टारडम की विशेष गुणवत्ता उनके सभी दर्शकों को छूने में कामयाब रही है।

फिल्म समीक्षक और लेखिका शुभ्रा गुप्ता की इरफ़ान: ए लाइफ इन मूवीज़ उनके समकालीन लोगों के साथ बातचीत और किंवदंती के साथ उनके समय की यादों का एक संग्रह है। उनकी पत्नी और थिएटर कलाकर सुतपा सिकदर और फिल्म निर्माता विशाल भारद्वाज के साथ संवाद में उन्होंने इरफान की कला, शिल्प और जीवन पर चर्चा की।