आईसीसी आचार-संहिता के उल्लंघन के लिए मोईन अली पर लगा जुर्माना

बर्मिंघम। इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी मोईन अली को ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध पहले टेस्ट के दौरान आईसीसी की आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाए जाने के कारण उनपर मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने रविवार को यह जानकारी दी।

मोईन अली को खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहयोगी कर्मियों के लिए आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.20 का उल्लंघन करते पाया गया। यह अनुच्छेद खेल भावना के विपरीत आचरण प्रदर्शित करने से संबंधित है।

आईसीसी आचार संहिता के स्तर एक के उल्लंघन के लिये मोईन के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है। पिछले 24 महीनों में यह इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी का पहला अपराध था।

यह घटना एजबेस्टन में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 89वें ओवर के दौरान हुई जब बाउंड्री के पास फील्डिंग के लिए खड़े मोईन अपनी उंगली पर मरहम लगाते हुए नज़र आए। मोईन ने अपना अपराध मानते हुए मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट द्वारा प्रस्तावित सजा को स्वीकार कर लिया।

आईसीसी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार पाइक्रोफ्ट इस बात से संतुष्ट थे कि मोईन ने वह क्रीम सिर्फ अपना हाथ सुखाने के लिए लगाई थी। वह क्रीम गेंद पर मलने के लिए हाथ में नहीं ली गई थी, इसलिए मोईन पर आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 41.3 (अनुचित खेल, गेंद के साथ छेड़छाड़) के उल्लंघन का आरोप नहीं लगाया गया।

मैदानी अंपायर अहसान रजा और मराइस इरास्मस, तीसरे अंपायर क्रिस गैफनी और चौथे अंपायर माइक बर्न्स ने मोईन पर यह आरोप लगाया। स्तर एक के उल्लंघन पर कम से कम आधिकारिक फटकार, खिलाड़ी की मैच फीस का अधिकतम 50 फीसदी जुर्माना और एक या दो डिमेरिट अंक का प्रावधान है।