अजमेर यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष नरेन शाहनी का कोर्ट में समर्पण

अजमेर। लैंड फॉर लेैंड मामले में लम्बे समय से फरार चल रहे अजमेर नगर सुधार न्यास के पूर्व अध्यक्ष चेयरमैन नरेन शाहनी भगत ने आज जिला एवं सत्र न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया।

शाहनी ने आज सुबह अदालत खुलने के साथ ही जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में स्वयं उपस्थित होकर आत्मसमर्पण किया। उन पर प्रतिवादी अजमत खान ने दो प्लॉट और 12 लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था।

Naren Shahani bhagat surrender in Ajmer court
Naren Shahani bhagat surrender in Ajmer court

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मामले में कार्यवाही करते हुए मामला दर्ज कर भ्रष्टाचार निरोधक कोर्ट की अदालत में चालान पेश किया तभी से शाहनी गिरफ्तारी के डर से बचते हुए भूमिगत रहे और फरार चल रहे थे।

एसीबी की याचिका पर न्यायालय ने उनकी गिरफ्तारी के आदेश जारी कर रखे थे। सूत्रों के अनुसार एसीबी अदालत के मजिस्ट्रेट के छुट्टी पर होने से शाहनी ने जिला एवं सत्र न्यायालय में आत्मसमर्पण किया।

शाहनी के वकील ने जमानत के लिए प्रार्थना पत्र पेश किया लेकिन अदालत ने इसे खारिज कर उसे चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए।

गौरतलब है कि मामले में शाहनी को उच्च न्यायालय के बाद उच्चत्तम न्यायालय से भी कोई राहत नहीं मिली और आखिरी में आत्मसमर्पण करना पड़ा।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अदालत के न्यायाधीश अशोक सुरोलिया के आज अवकाश पर चलते जिला न्यायाधीश ने यह फैसला सुनाया। मामले की अगली सुनवाई सम्बंधित न्यायालय में ही होगी।