राजगढ धाम पर धूमधाम से भरा चैत्र नवरात्रा महोत्सव छठ मेला


चंपालाल महाराज ने मेले में दिलाई शत-प्रतिशत मतदान की शपथ

अजमेर। भैरव धाम राजगढ पर चैत्र नवरात्रा महोत्सव छठ मेला धूमधाम के साथ बाबा भैरव व मां कालिका के जयकारों की गूंज के बीच मनाया गया।

धाम के प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि चैत्र नवरात्रा मेला महोत्सव के विशाल छठ मेले में देश-प्रदेश के श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शनिवार रात्रि से ही आरंभ हो गया था। श्रद्धालु मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा करने तथा विशेष चिमटी प्राप्त करने के लिए रात से ही कतारों में लगे थे।

धाम के मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज ने सुबह बाबा भैरव व मां कालिका के साथ सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की विशेष पूजा अर्चना की। इसके पश्चात महाराज के सान्निध्य में व सम्भागीय आयुक्त महेश शर्मा, नसीराबाद उपखण्ड अधिकारी देवीलाल यादव के संयुक्त तत्वावधान में चक्की वाले बाबा के मुख्य मंदिर से लोकसभा आम चुनाव 2024 में शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करवाने को मतदाता जागरूकता स्वीप कार्यक्रम के तहत रैली को हरी झण्ड़ी दिखाकर रवाना किया।

रैली में श्रद्धालुगण अपने हाथों में तख्तियां लेकर चल रहे थे। लोकतन्त्र में भागीदारी हम सबकी है जिम्मेदारी जैसे नारों से राजगढ़ धाम गुंजायमान हो गया। रैली तेजा चौक होते हुए माता जी मंदिर पहुंची जहां सभी श्रद्धालुओं को शत प्रतिशत मतदान करने के लिए शपथ भी दिलाई गई। रैली राजस्थान के साथ देशभर से आए श्रद्धालुगण मौजूद रहे।

इससे पहले मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज ने मंदिर पर ध्वजारोहण कर छठ मेले का शुभारम्भ किया। श्रद्धालुओं ने मसाणिया भैरव एवं कालका माता के दर्शन किए मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा कर विशेष चिमटी प्राप्त की। छठ मेले पर पंजाब प्रांत से आया झण्डा श्रद्धालुओं व ग्रामवासियों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना। पंजाब से आए भक्तों ने डॉ नरेन्द्र तूर के सान्निध्य में चम्पालाल महाराज का पगड़ी पहनाकर व कृपाण भेंटकर स्वागत किया।

प्रिंसिपल रेखा कतीरीया व विष्णुलाल सेन के तत्वावधान में राजकीय सीनियर सेकेन्ड़्री स्कूल राजगढ़ के स्टॉफ ने चम्पालाल महाराज का साफा व शॉल ओढ़ाकर स्वागत सत्कार किया।सायंकाल आरती तक धाम पर आकर श्रद्धालू परिक्रमा करते रहे। बाबा भैरव व मां कालिका के समक्ष शीश झुकाकर चम्पालाल महाराज से आशीर्वाद भी प्राप्त किया।

चैत्र नवरात्रा के छठ मेले के अवसर पर चम्पालाल महाराज ने श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि भगवान देता है लेता नहीं और जो भरण पोषण करे वही भैरव है। धाम पर आज तक भी कोई भिखारी मंदिर के बाहर भीख मांगता नजर नहीं आया है। भिक्षावृत्ति समाज व हमारे देश के लिए अभिशाप है। धाम पर देने वाला बाबा भैरव इतना मजबूत है कि भिखारी की भी तमाम आवश्यकताएं पूर्ति कर देता है जिससे उनकी भीख मांगने की प्रवृत्ति समाप्त हो जाती है।

भिक्षावृत्ति उन्नमूलन अभियान धाम पर पिछले कई वर्षों से चलाया जा रहा है। कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम, नशे की प्रवृति को त्यागने के लिए हजारों श्रद्वालुओं ने संकल्प लिया। छठ मेले के अवसर पर देश-प्रदेश से सैकड़ों झण्ड़े आए। मेले में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान आदि विभिन्न राज्यों से नाचते-गाते झंडे लेकर आए श्रद्धालुओं ने चक्की वाले बाबा के मंदिर, मुख्य मंदिर, मनोकामनापूर्ण स्तम्भ तथा बाबा भैरव व मां कालिका के मंदिर पर झंडे चढ़ाए।

श्रद्धालुओं ने मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा कर विशेष चिमटी प्राप्त की तथा अखण्ड ज्योत के दर्शन किए। मेले मे अजमेर की भजन गायक ज्योति सैनी व एमएलडी कन्या महाविद्यालय केकड़ी की छात्राओं ने बाबा भैरव व मां काली के मनभावन भजनों की प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं का मनमोह लिया।

छठ मेले के अवसर पर ग्राम राजगढ़ में चप्पे-चप्पे पर दुकानें सजीं थी। स्टालों पर खरीदारी के लिए श्रद्धालुओं की भीड लगी रही। मेले का समापन सांयकाल महाआरती के साथ हुआ। महाआरती में विशेष पूजा अर्चना के साथ बाबा भैरवनाथ व मां कालिका को विशेष प्रसाद का भोग भी लगाया गया।

छठ मेले पर विजय सांखला वृत्ताधिकारी नसीराबाद, प्रहलाद सहाय थाना अधिकारी नसीराबाद सदर, हरिराम राठी श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ चौकी प्रभारी एवं भोम सिंह आदि ने चैत्र नवरात्रा के छठ मेले में मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा की तथा बाबा भैरवनाथ एवं चम्पालाल महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया।

इनका रहा विशेष योगदान

छठ मेले के कार्यक्रम की सुचारू व्यवस्था संभालने के लिए व्यवस्थापक ओमप्रकाश सैन, रमेश सेन, अविनाश सेन, राहुल सेन, मुकेश सेन, सागर सेन, यश मारोठी, प्रकाश रांका, दिलीप राठी, कैलाश सेन, पदम जैन, तिलक सिंह, राजकुमार त्रिपाठी ,राजू चावड़ा, प्रकाश रांका, अमित खण्ड़ेलवाल, सुनिल, शंकरनाथ, अनिल कटारिया, मनोहर ललवानी, देवानन्द, भवरलाल गोदारा, कन्हैयालाल सोलंकी, भूपेन्द्र, दीपक, पुनित, धर्मेन्द्र, त्रिलोक,सुरेश गुर्जर, अमिताभ, ओमप्रकाश माली आदि का योगदान रहा।