एनआईए ने कश्मीर में शीर्ष धार्मिक उपदेशक मीर कासमी से की पूछताछ

श्रीनगर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को कश्मीर के सबसे बड़े इस्लामी मदरसे के मौलाना रहमतुल्ला मीर कासमी से कथित आतंकी वित्त पोषण मामले में पूछताछ की।

राजौरी स्थित अल हुडा एजुकेशन ट्रस्ट (एएचईटी) की कथित फंडिंग गतिविधियों से जुड़े एक मामले में प्रसिद्ध इस्लामिक मदरसा दारुल अलूम रहीमिया के मौलाना कासमी को एनआईए ने तलब किया था।

मौलाना कासमी को एनआईए ने श्रीनगर में अपने कैंप कार्यालय में पेश होने के लिए कहा था। सूत्रों ने कहा कि मौलाना साहब से कई घंटों तक पूछताछ की गई। मौलाना से हुई पूछताछ को लेकर एनआईए की ओर से कोई बयान जारी नहीं किया गया है।

पिछले साल अक्टूबर में एनआईए ने बांदीपोरा में मौलाना कासमी के घर पर छापा मारा था। इस बीच धार्मिक निकायों के समूह मुत्ताहिदा मजलिस-ए-उलमा जम्मू-कश्मीर (एमएमयू) ने मौलाना कासमी को तलब किए जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त की और इसे बेहद दुखद बताया।

एमएमयू द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि मौलाना रहमतुल्लाह न केवल एक प्रसिद्ध इस्लामी विद्वान हैं, बल्कि इस्लाम के एक ईमानदार उपदेशक भी हैं, जिन्होंने खुद को हमारे समाज के लिए धार्मिक, शैक्षिक और सुधारात्मक सेवाओं हेतु समर्पित कर दिया है। एमएमयू ने कहा कि इस तरह की कार्रवाइयों से लोगों में चिंता और गुस्सा पैदा हो रहा है। एमएमयू ने सरकार से इस पर रोक लगाने का आग्रह किया।