ओडिशा ट्रेन हादसा : CBI ने ड्यूटी पर तैनात रेलवे कर्मचारियों के फोन किए जब्त

भुवनेश्वर। ओडिशा के बहनागा में दो जून को हुए भीषण ट्रेन हादसे की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने हादसे के दिन ड्यूटी पर तैनात कुछ रेलवे कर्मचारियों के फोन जब्त किए हैं। ट्रेन दुर्घटना में अब तक 288 लोगों की जान गई है और एक हजार से अधिक घायल हुए हैं।

सूत्रों ने बताया कि सीबीआई टीम ने फॉरेंसिक और तकनीकी टीम के साथ मेन लाइन, लूप लाइन की जांच की और दुर्घटना के दिन ड्यूटी पर मौजूद कुछ कर्मचारियों के मोबाइल फोन जब्त किए। टीम अपनी जांच के दौरान कर्मचारियों के कॉल रिकॉर्ड, व्हाट्सऐप कॉल, संदेश और सोशल मीडिया के उपयोग की जांच कर सकती है।

सीबीआई की टीम बुधवार को बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन पहुंची और करीब 45 मिनट तक हादसे की जांच की। टीम ने मंगलवार को मेन लाइन, लूप लाइन, सिग्नल रूम और कंट्रोल रूम का दौरा कर कुछ अधिकारियों से चर्चा की थी। रेलवे बोर्ड की सिफारिश के आधार पर सीबीआई घटना की जांच कर रही है। सीबीआई के अलावा रेलवे सुरक्षा आयोग भी हादसे की जांच कर रहा है।

इस बीच, ओडिशा कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा ने बहानगा ट्रेन हादसे की सीबीआई जांच के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पर हमला किया है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि सीबीआई जांच का आदेश केवल लोगों को गुमराह करने और विनाशकारी दुर्घटना से उनका ध्यान हटाने के लिए दिया गया है। उन्होंने दुर्घटना के लिए वैष्णव को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके इस्तीफे की मांग की।

इस बीच, पूर्व तटीय रेलवे ने अपने प्रियजनों के शव की तलाश कर रहे लोगों को केवल भुवनेश्वर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) जाने की सलाह दी है, जहां शवों को पहचान के लिए रखा गया है। रेलवे सूत्रों ने बताया कि एम्स अब इकलौता अस्पताल है जहां बहनागा ट्रेन हादसे के परिजनों को शवों की शिनाख्त के लिए पहुंचना है। उन्हें किसी अन्य अस्पताल में जाने की जरूरत नहीं है।

रेलवे सूत्रों ने बताया कि पहली मालगाड़ी के बाद एनएमएसएल आज सुबह बहानगा बाजार स्टेशन पर डाउन लूप लाइन से गुजरी। केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने बुधवार को कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में मरीजों से बातचीत की और उनके स्वास्थ्य की स्थिति का जायजा लिया।

एम्स के सूत्रों ने बिताया कि कैपिटल अस्पताल, एसयूएम अस्पताल, केआईएमएस अस्पताल, हाईटेक और एएमआरआई अस्पताल से लाये गये 39 से अधिक शवों को प्रशीतित कंटेनरों में रखा गया था। अब तक एम्स को 162 शव प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 71 को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।