कोल्हापुर में भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले

कोल्हापुर। महाराष्ट्र में बुधवार को कोल्हापुर-बंद के दौरान व्यस्त महाद्वार रोड इलाके में आक्रामक भीड़ की ओर से तोड़ फोड़ और दुकानों पर पथराव से स्थिति और भी गंभीर हो गई है। उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।

इस बीच, राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने चेतावनी दी कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले लोगों का समर्थन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए समाज के सभी वर्गों का सहयोग आवश्यक है।

गौरतलब है कि एक समुदाय के कुछ युवकों द्वारा मोबाइल पर आपत्तिजनक स्टेटस पोस्ट करने के विरोध में हिंदुत्ववादी संगठनों ने ‘कोल्हापुर बंद’ का आह्वान किया था। पुलिस ने आक्रामक लोगों को तितर-बितर करने के लिए कुछ स्थानों पर भीड़ पर आंसू गैस के गोले दागे।

छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर एकत्रित होने के बाद आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने विशाल मोर्चा निकाला और आक्रोशित होकर दुकानों पर पथराव शुरू कर दिया और पान लाइन, महाद्वार रोड बिंदु चौक और महालक्ष्मी मंदिर के पास की कुछ दुकानों को नुकसान पहुंचाया। इसके बाद पुलिस ने भीड़ पर हल्का लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया, लेकिन स्थिति नियंत्रित नहीं होने पर पुलिस ने आक्रोशित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।

इस बीच, स्थिति तनावपूर्ण होने के बाद, जिला पुलिस अधीक्षक महेंद्र पंडित ने स्थिति पर चर्चा करने के लिए लक्ष्मीपुरी थाने में हिंदुत्ववादी संगठनों के नेताओं की एक बैठक बुलाई। इस बीच, मुख्यमंत्री शिंदे ने मंगलवार को शिवराज्याभिषेक दिवस पर एक विशेष समुदाय के कुछ युवाओं द्वारा मोबाइल पर औरंगजेब और टीपू सुल्तान की तस्वीरों वाले आपत्तिजनक स्टेटस डालने के खिलाफ अपना विरोध व्यक्त करने के लिए हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा बंद के आह्वान के बाद कोल्हापुर में उत्पन्न तनावपूर्ण स्थिति पर मुंबई में प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने लोगों से शहर में शांति बनाये रखने की अपील करते हुए कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए समाज के सभी वर्गों के लोगों का सहयोग आवश्यक है।

शिंदे ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखना गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी है। उन्होंने खुद संबंधित अधिकारियों से बात की है। राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडनवीस भी गृह विभाग के अधिकारियों से बात कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि कानून व्यवस्था को हाथ में लेने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति का सरकार समर्थन नहीं करेगी।उधर, जिला संरक्षक मंत्री दीपक केसरकर ने बताया कि आपत्तिजनक स्टेटस मामले में कुल छह लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है।

कोल्हापुर में गुरुवार आधी रात तक बंद रहेगी इंटरनेट सेवा

महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक समुदाय के लोगों के मोबाइल फोन पर आपत्तिजनक स्टेटस लगाये जाने के विरोध में बुधवार को विभिन्न हिंदूवादी संगठनों के विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद प्रशासन ने गुरुवार आधी रात तक इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है।

जिले में कानून-व्यवस्था की बिगड़ी स्थिति को देखते हुए कलेक्टर राहुल रेखावर ने सरकार से इंटरनेट सेवाएं बंद किये जाने की अपील की थी।इसी के मद्देनजर राज्य के गृह विभाग ने कल आधी रात तक इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। शहर में किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।