संघ की शाखाओं पर मनाया प्रहार दिवस, सैनिकों के पराक्रम का बहुमान


अजमेर।
साल 1971 में हुए युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की विजय के दौरान भारतीय सैनिकों के पराक्रम और शहीद सैनिकों की याद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से भारत की जीत की स्मृति में चलाए ‘प्रहार पखवाड़े’ के तहत शनिवार को अजयमेरू महानगर की ओर से प्रहार महायज्ञ का आयोजन किया गया।  अजमेर की समस्त शाखाओं पर प्रहार दिवस (शौर्य दिवस) मनाया। यह भारतीय सेना की वीरता, शौर्य को स्मरण करने तथा सैनिकों को नमन करने का दिवस है। जिसे संपूर्ण राष्ट्र विजय दिवस के रूप में मनाता है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अजमेर महानगर संघचालक खाजूलाल चौहान ने बताया कि अजयमेरू महानगर के सभी 11 नगरों में संघ की शाखाओं में स्वयं सेवकों ने 50 मिनटों तक ताकत का प्रदर्शन करते हुए 1971 की विजय स्मृति को ताजा किया। 16 दिसंबर 1971 में आज ही के दिन शाम 5 बजे जनरल नियाजी ने 93000 पाकिस्तानी सैनिकों के साथ भारतीय सेना के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। इस युद्ध में 3843 सैनिकों ने अपना जीवन देश के लिए न्यौछावर करते हुए भारतीय सेना की प्रतिष्ठा गरिमा को स्थापित किया।

इस अविस्मरणीय दिन को प्रत्येक शाखा पर प्रहार महायज्ञ के रूप में उत्साह से मनाया गया। बडी संख्या में स्वयंसेवक एकत्र आए। देश की सेना, सैनिकों के पराक्रम का बहुमान किया गया।