पुष्कर विधायक सुरेश रावत ने मोहन चौधरी पर ठोका मानहानि का दावा

पुष्कर। चुनावी सरगर्मियों के बीच पुष्कर से भाजपा विधायक सुरेश सिंह रावत ने आखिरकार मोहन चौधरी के खिलाफ मानहानि का परिवाद पेश कर दिया।

मंगलवार को प्रेम प्रकाश आश्रम पुष्कर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रावत ने कहा कि चौधरी उनके खिलाफ षड्यंत्र के तहत भ्रामक तथ्य और झूठ फैला रहे थे। कुछ दिनों पहले चौधरी उर्फ मोहन भधाला नामक व्यक्ति ने मेरे खिलाफ विरोधियों के साथ मिलकर अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने, पुष्कर में अवैध रूप से संचालित कारोबार को बचाने तथा मीडिया की सुर्खियां बनने के लिए झूठे आरोप लगाए थे।

चौधरी ने मनगढंत तथ्य प्रस्तुत कर जो आरोप लगाए वे सर्व निराधार हैं। रावत ने अपने समर्थकों का धन्यवाद करते हुए कि इस षडयंत्रपूर्वक रची गई साजिश के खिलाफ भारी आक्रोश उत्पन्न होने के बावजूद सभी ने संयम व शांति बनाए रखी। जातियों को लडाने के इस षडयंत्र को नाकाम करने लिए चौम्मालिसा जाट समाज ने पहल की। चौधरी के कृत्य के खिलाफ एकजुट होकर मोर्चा खोला। चौधरी ने जो व्हाट्स ऐप चेटिंग मीडिया को दी वह सरासर फर्जी हैं साथ ही दिल्ली का जो घटनाक्रम बताया वह भी असत्य हैं।

मोहन चौधरी व उसके भाईयो द्वारा संचालित की जा रही गारमेन्टस की फैक्ट्रियां आवासीय भूमि पर संचालित हैं जो बिना लेन्ड यूज चेन्ज कराए, व्यवसायिक मानचित्र स्वीकृत कराए बिना अवैध रूप से संचालित की जा रही हैं। भूमि का वाणिज्यिक उपयोग किया जा रहा हैं। उक्त फैक्ट्रियों के दिन रात संचालन से व ध्वनि प्रदूषण के चलते क्षेत्रवासी परेशान व आक्रोशित थे।

ऐसे में पुष्कर क्षेत्र से जनप्रतिनिधि होने की हैसियत से दिनांक 12 फरवरी 2020 को राजस्थान विधानसभा जयपुर में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से इस संबंध में प्रश्न उठाया व कार्यवाही करने की मांग की। जिस पर अवर शासन सचिव, निदेशालय स्थानीय निकाय राजस्थान जयपुर द्वारा नगर पालिका पुष्कर के अधिशाषी अधिकारी से उक्त फैक्ट्रीयो के संबंध में सूचना मांगी ई।

तदुपरान्त अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका पुष्कर (अजमेर) के द्वारा मोहन चौधरी के भाई मांगीलाल चौधरी को उक्त अवैध फैक्ट्रियों के संबंध में नोटिस भी दिया गया। चूंकि मोहन चौधरी व उसके परिवार द्वारा पुष्कर नगर पालिका क्षेत्र में संचालित की जा रही उक्त अवैध फेक्ट्रियों के संबंध में मेरे द्वारा राजस्थान विधानसभा जयपुर में प्रश्न उठाया गया व कार्यवाही किए जाने की मांग की गई इस कारण से मोहन चौधरी मुझसे वैमनस्य व द्वैषता रखने लगा।

राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव इस वर्ष 2023 में ही होने हैं। मेरी समाज, पुष्कर व अजमेर क्षेत्र में साफ सुथरी छवि, ख्याति, मान प्रतिष्ठा के चलते तथा पुष्कर क्षेत्र से लगातार दो बार विधायक निर्वाचित हो चुका हूं। इस बार भी पूर्ण संभावना हैं कि पार्टी पुन: एक बार फिर विधानसभा चुनाव में मुझे प्रत्याशी बनाएगी।

मोहन चौधरी मुझसे वैमनस्य व द्वैषतावश मुझे बदनाम कर मेरी ख्याति व छवि धूमिल करना चाहता हैं ताकि पार्टी विधानसभा चुनाव में मुझे पुन: टिकिट ना दे। अगर टिकिट दे देवे तो मेरी इस मनगढंत फैलाई जा रही बदनामी के चलते चुनाव ना जीत सकूं और मेरे पूरे राजनीतिक भविष्य पर धब्बा लग जाए।

मेरी ख्याति, छवि, मान, प्रतिष्ठा को धूमिल करने तथा मेरी सामाजिक व राजनीतिक साख को हानि पहुंचाने की मंशा से मोहन चौधरी उर्फ मोहन भदाला ने जानबूझकर आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मेरे विरूद्ध बिना किसी आधार के असत्य, अनर्गल व अपमानजनक कथन 22 अगस्त को पुष्कर में प्रिन्ट मीडिया व इलेक्ट्रोनिक मीडिया की प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर मुझ पर अपमानजनक, असत्य आरोप लगाए हैं, जो झूठे व मनगढंत हैं।

मोहन चौधरी ने यह कृत्य जानबूझकर मुझे अपमानित कर मेरी सामाजिक, राजनीतिक छवि व प्रतिष्ठा को धूमिल करने, समाज, पार्टी एवं पुष्कर, अजमेर क्षेत्र की जनता के समक्ष नीचा गिराने के दुराशय से कारित किया है जो धारा 500 आईपीसी के अंतर्गत दंडनीय अपराध है।

मोहन चौधरी द्वारा षड्यंत्र रच कर मेरी छवि खराब करने के लिए और अपनी अवैध फैक्ट्री बचाने के लिए लगाए गए मिथ्या आरोप के खिलाफ मेरे द्वारा विधिक राय लेने के उपरान्त अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या तीन अजमेर में मानहानि का फौजदारी परिवाद दायर किया है। प्रकरण में न्यायालय से धारा 500 आईपीसी के तहत प्रसंज्ञान लेकर मोहन चौधरी को तलब फरमाकर व विचारण कर दंडित करने की मांग की है।