राजस्थान मिशन 2030 : सड़क एवं अन्य कार्यों का हुआ संवाद

अजमेर। राजस्थान मिशन 2030 अभियान के लिए हितधारकों एवं प्रतिभागियोेंं के साथ सड़क क्षेत्र के सम्बन्ध में आयोजित संवाद कार्यक्रम के तहत सार्वजनिक निर्माण विभाग संभाग अजमेर द्वारा सोमवार को रीट सभागार में हितधारकों, विशेषज्ञों एवं प्रतिभागियों के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया।

विभाग के प्रमुख शासन सचिव वैभव गालरिया ने राजस्थान मिशन 2030 के बारे में विस्तृत प्रकाश डाला। गालरिया ने कहा कि सुझावों पर विभाग द्वारा किए जाने वाले प्रयासों तथा वर्तमान स्थितियों पर मार्गदर्शन के लिए प्राप्त प्रस्तावों को मिशन 2030 की योजना में सम्मिलित किए जाएंगे। अलग-अलग विभागों व संस्थाओं केे प्रतिनिधियों से प्राप्त सुझावों से विजन 2030 का दस्तावेज तैयार हो सकेंगे।

विभाग के मुख्य अभियंता एवं अतिरिक्त सचिव संजीव माथुर ने कहा कि वर्तमान में तैयार बीएसआर के प्रावधान, विभागीय कार्यो के निर्माण के साथ वृक्षारोपण करना, आरयूबी पर शेड़ लगाकर वर्षा के पानी को रोकना प्रमुख है। बैठक में आए सुझावों पर विभाग में चल रहे प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी।

विभाग के मुख्य अभियंता प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना सुनील जयसिंह ने कहा कि राजस्थान 2030 के लिए सभी विभागों को संभाग स्तर पर दस्तावेज तैयारी के लिए निर्देशित किया था। इसी के अनुसार संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया है। अतिरिक्त मुख्य अभियंता ने सभांग अजमेर की उपलब्धियों व गतिविधियों को पीपीटी के माध्यम से जानकारी दी। दीक्षित ने गत वितीय वर्ष 2023-24 बजट में किए गए कार्यो की घोषणा व स्वीकृतियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

अधीक्षण अभियंता अशोक तंवर ने कहा कि शहरी विकास में सडकों के निर्माण के पश्चात विभिन्न विभागों द्वारा सडकों को खोदकर केबल, पानी व बिजली की लाइनें इत्यादि डाली जाती है। इससे राजकीय कोष को हानि होती है। जनमानस पर भी विपरीत प्रभाव पडता है। इसके लिए शहरी की प्रमुख सडकों पर अण्डर ग्राउण्ड डक्टिंग का प्रावधान किया जाना चाहिए। बैठक में संचालन विभाग के अतिरिक्त निजी सचिव महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने किया।

कार्यक्रम में डेयरी अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी, पदमश्री पर्यावरणविद् हिम्मतराम भांभू, सरस डेयरी भीलवाडा के निम्बाराम गुर्जर, आसींद के गोर्वधनलाल गुर्जर, पूर्व पार्षद विजय गहलोत, अल्ट्राटेक सीमेंट के टेक्नीकल हेड गिरीश भारद्वाज, भगवंत यूनिवर्सिटी के प्रो अनिल चौधरी, शिक्षा विभाग किशनगढ से प्रीति शर्मा, मकरेडा के किसान अजय उपाध्याय, मातृत्व उद्यमिता की अंकिता शर्मा, ऎनएबीएल लेबोरेट्री मिलेनियम के विकास महेश्वरी, नागौर के संवेदक प्रतिनिधि भूराराम चौधरी, टैक्सी ऑटो यूनियन के कर्णसिंह, श्रीसीमेंट ब्यावर से विनीत गुप्ता, नागौर से पूर्व मुख्य अभियंता आरके झींझा, अतिरिक्त मुख्य अभियंता अविनाश शर्मा, भीलवाडा से अधिशाषी अभियंता नरेन्द्र चौधरी, पूर्व अधिशाषी अभियंता नौरतमल अग्रवाल, पीएन माहेश्वरी सहित विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार व सुझाव प्रकट किए।