जयपुर : होली के रंगों सहित लोकगीत और नृत्यों में रंगे रहे देशी विदेशी सैलानी

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में तीन साल बाद आयोजित हुए धुलण्डी महोत्सव में बड़ी संख्या में देशी विदेशी सैलानियों ने भाग लिया और होली के रंगों, लोकगीत और नृत्यों में रंगे रहे।

पर्यटन विभाग की ओर से मंगलवार को खासाकोठी में आयोजित धुलण्डी महोत्सव में अमरीका, इंग्लैण्ड, जर्मनी, फ्रांस, इटली, कनाडा, पुर्तगाल, इजराइल समेत अफ्रीकी देशों के सैलानियों ने भाग लिया। तीन साल बाद पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित महोत्सव में इस बार करीब साढ़े तीन हजार सैलानी शामिल हुए।

महोत्सव में लोकगीत, पारम्परिक होली के गीतों और बॉलीवुड गीतों सहित इंटरनेशनल म्यूजिक पर थिरकते विदेशी सैलानी थिरकते रहे। महोत्सव के अंत में विदेशी सैलानियों के लिए मटका दौड़ और साफा बांधों प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मटका दौड़ केवल महिलाओं के लिए थी वही पुरुषों के लिए आयोजित साफा बांधों प्रतियोगिता में भी विदेशी महिला सैलानी ने भाग लिया।

इस दौरान पर्यटकों का स्वागत परम्परागत ढोल, नगाडा और बैंड वादन से किया गया। खासाकोठी में प्रवेश के साथ ही स्वांग रचे कलाकारों को देख विदेशी पावणे अपने आप को रोक नहीं सके और उन कलाकारों के साथ सेल्फी लेने और फोटो खिचवानें में वे पीछे नहीं रहे।

पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत के अनुसार धुलण्डी फेस्टिवल का उद्देश्य विदेशी सैलानियों को होली के रंग, सुरक्षा के संग था, ऐसे में टूर एण्ड ट्रेवल ऑपरेटर्स के जरिए विदेशी सैलानियों का इतनी बड़ी संख्या में जयपुर आकर धुलण्डी महोत्सव में भाग लेना दर्शाता है कि खासा कोठी में आयोजित होने वाले धुलण्डी महोत्सव को लेकर सैलानियों में खासा आकर्षण है।