सांसद देवजी पटेल का आबूरोड में आह्वान, ‘नहीं सहेगा राजस्थान’

सिरोही जिले के आबूरोड शहर में भाजपा के नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत पत्रकाr वार्ता को संबोधित करते सांसद देवजी पटेल।
सबगुरु न्यूज-आबूरोड। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर सोमवार को जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार को आड़े हाथों लिया।
पटेल ने कहा कि प्रदेश में साढ़े चार साल में कानून व्यवस्था को कोई ठिकाना नहीं रहा।  दलितों ऊपर अत्याचार किए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि पेपर लीक होने के प्रकरण में भले ही राजस्थान सरकार ने दावा कर रही है कि इसके लिए सख्त कानून लाएंगे लेकिन, आरोपियों को बचाने के लिए जो लोग न्यायालय में केस लड़ रहे हैं वो लोग कांग्रेस के जुड़े हुए हैं। पटेल ने कहा कि महिलाओं के साथ दुराचार और दुव्र्यवहार अशोक गहलोत सरकार में बढ़ा है।
पटेल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की सरकार में हर महकमा भ्रष्टाचार में आकंठ डूबा हुआ है और प्रदेश के लोगों को सरकारी महकमों में अपने काम करवाने के लिए भी भ्रष्टाचार से रूबरू होना पड़ता है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान का किसान कर्ज से मर रहा है लेकिन राजस्थान सरकार उन्हें राहत पहुंचाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। इस दौरान भाजपा जिला उपाध्यक्ष बाबूभाई पटेल, आबूरोड नगर मंडल अध्यक्ष भूपेन्द्र सांबरिया और आबूरोड नगर पालिका अध्यक्ष मगनदान मौजूद थे।
-स्थानीय मुद्दों पर ये बोले
स्थानीय मुद्दों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आबूरोड में हनुमान मदिर को तोड़ दिया गया। इस मुद्दे पर हाईकोर्ट के निर्णय के भाजपा के सहमत नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा न्यायालय के निर्णय पर अंगुली नहीं उठा रही है लेकिन, इस मामले की सरकार ने समुचित ढंग से पैरवी नहीं की। इससे पहले भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित ने इस अभियान के संदर्भ में संक्षिप्त जानकारी दी।
– भारतमाला प्राजेक्ट पर दी ये दलील
पिछले लोकसभा चुनाव से पहले मावल से माउण्ट आबू होते हुए गुरुशिखर तक की सडक़ का दोहरीकरण करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता है। ये नहीं होने के कारण ये काम नहीं हो पाया जैसे ही सारी बाधाएं दूर होती हैं। वैसे ही इसे करवाया जाएगा।
-रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर पर ये कहा
आबूरोड रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर लगवाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसमें कुछ स्टेशनों में संचालन की समस्याएं आ रही हैं। उसे देखते हुए यहां पर नहीं लग पाया। लेकिन, इसकी फिजिबिलिटी की फिर से समीक्षा करवाकर संभावनाएं देखी जाएंगी।