नहीं थम रहा भाजपा में विवाद, इधर पद ग्रहण दूसरी तरफ भेजी शिकायत

सिरोही में पदभार समारोह में भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को सम्बोधित करते सुरेश कोठारी।

सबगुरु न्यूज सिरोही। सिंधी धर्मशाला में गुरुवार को भाजपा के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष सुरेश कोठारी ने पद भार ग्रहण किया। उन्होंने असंतोष की स्थिति नहीं होने का सन्देश देने के लिए जिला भाजपा के हर मंडल की यहां उपस्थिति की कोशिश की। तो दूसरी तरफ उनके जिलाध्यक्ष बनने से नाखुश खेमे ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को पत्र भेजकर उनको जिलाध्यक्ष बनाने पर आपत्ति जताई।

सिरोही में भाजपा जिलाध्यक्ष के पदभार ग्रहण समारोह में मौजूद भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता।

भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश कोठारी का पदग्रहण कार्यक्रम सिरोही में रखा। सिरोही में पदभार ग्रहण करने की प्रमुख वजह ये बताई जा रही है कि यहां से कोठारी और उनसे पूर्व जिलाध्यक्ष रहे नारायण पुरोहित ये संदेश देने की कोशीश कर रहे हैं कि उनकी स्वीकार्यता पूरे जिले में हैं। यूं देखा जाए तो सोशल मीडिया के भाजपा के लगभग हर व्हाटस एप समूह में उनके मनोनयन का विरोध देखने को मिला। लेकिन, उनका विरोध सबसे ज्यादा सिरोही विधानसभा में देखने को मिल रहा है। यहां के भाजपा के वरिष्ठ वर्तमान और पूर्व पदाधिकारियों का यह मानना है कि नारायण पुरोहित का डमी केंडीडेट मानकर उन्हें सिरोही से भाजपा के टिकिट पर दावेदारी प्रबल करने के टूल के रूप में लाया गया है। यही संदेश सुरेश कोठारी के लिए नुकसानदायक जा रहा था इसलिए कोठारी ने मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए सिरोही में ही अपना पदग्रहण कार्यक्रम रखा।
सिरोही के मंच के माध्यम से ये संदेश देने की कोशीश स्पष्ट नजर आ रही थी। उन्होंने अपने कार्यक्रम में नारायण पुरोहित के कार्यकाल की सभी मडंलों की कार्यकारिणियों को बुलाया। उनसे एक के बाद एक करके मालाएं भी पहनी। जिससे ये संदेश दे सकें कि उनका विरोध नहीं है। उनके कार्यक्रम में विधायक जगसीराम कोली और समाराम गरासिया, जिला प्रमुख अर्जुन पुरोहित, प्रधान हंसमुख मेघवाल, नितिन बंसल, राधिका देवासी, सिरोही के पूर्व विधायक ओटाराम देवासी, तारा भंडारी और रक्षा भंडारी आदि मौजूद थे। इसके माध्यम से उन्होंने पांचों पंचायत समितियां और तीनों विधानसभा में उनकी स्वीकार्यता का संदेश देने की कोशीश की। इस कार्यकम मे असंतुष्ट बी 15 की तस्वीर में दिखे लुम्बाराम चौधरी तो नजर आए। लेकिन, शेष लोग नजर नहीं आए। एयरलाइन की बैठक के बाद भाजपा समूह में नाराज धडे को बी फीफ्टीन नाम से ही संबोधित किया जा रहा है।
इधर जिलाध्यक्ष पदभार ग्रहण समारोह में जिले भर से भाजपाइयों को एकत्रित करके ये संदेश देने की कोशीश कर रहे थे कि उनकी पूरे जिले में स्वीकार्यता है तो उसी दिन प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के नाम उनसे असंतुश्ट लोगों ने एक पत्र भी प्रेषित कर दिया। इस पत्र में जो भी कुछ आरोप लगाए गए थे, वो सारी चर्चाएं भाजपा के जिले के सिरोही, आबूरोड और शिवगंज के तो लगभग अधिकांश व्हाटस एप समूहों में सुरेश कोठारी के जिलाध्यक्ष बनने के बाद से चल रही है। इसके निवर्तमान जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित पर जिले में परिवारवाद को बढावा देने और भाजपा को कमजोर करने का आरोप लगाया। वही नव नियुक्त जिलाध्यक्ष को भी उन्होंने निवर्तमान जिलाध्यक्ष का डमी केंडीडेट बताते हुए उनके विधानसभा प्रत्याशी बनने की सीढी होने का आरोप लगाया। इसमें उन्होंने आबूरोड के कुई गांव में बने धर्मस्थल में भी वर्तमान जिलाध्यक्ष के युआईटी अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हुए मौन समर्थन का आरोप लगाया। इतना ही नहीं ओबीसी और अनुसूचित जाति बहुल सिरोही में एक ही जाति के दो लोगों को संगठन के प्रमुख पदों पर नियुक्त करने से कार्यकर्ताओं ने नाराजगी होने की बात भी पत्र में लिखी। इससे कार्यकर्ताओं ने रोश का नुकसान आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों पर पडने की बात कही।