विजन दस्तावेज 2030 का प्रारूप तैयार करने के लिए अजमेर में संवाद कार्यक्रम

अजमेर। राजस्थान के अजमेर में राजस्थान मिशन 2030 के तहत संभाग के विजन दस्तावेज 2030 का प्रारूप तैयार करने के लिए हितधारकों से संवाद कार्यक्रम जवाहर रंगमंच पर आयोजित हुआ।

कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने मिशन 2030 पर लिखित में विचार प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम में उद्योग एवं देवस्थान विभाग मंत्री शकुन्तला रावत तथा आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेन्द्र राठौड़ ने भी अजमेर सभांग के विकास के लिए अपनी राय रखी।

आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेन्द्र राठौड़ ने राजस्थान मिशन 2030 पर कहाकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक अभूतपूर्व कदम उठाया है। इस मिशन को हम सब भागीदार बनकर सफल बना सकते हैं। अजमेर एवं पुष्कर को ट्यूरिज्जम हब बनाया जाएगा।

वर्ष 2030 तक राजस्थान का 10 गुना तक विकास किया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने होटल व्यवसाय को उद्योग का दर्जा दिया है। इससे होटल व्यवसायियों को प्रति माह 8 से 9 लाख रूपए का फायदा मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति को करने पर सहममि हुई। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। धार्मिक नगरी पुष्कर में गोल्फ कोर्स का काम शुरू कर दिया गया है। राजस्थान राज्य मेला प्राधिकरण का गठन कर दिया गया है।

विश्व की 10 सबसे लग्जरी ट्रेनों मे शुमार पैलेस ऑन व्हील को फिर से शुरू कर दिया गया है। इससे पर्यटन विभाग को प्रतिदिन 5 करोड़ रूपए की आमदनी होती है।

प्रदेश की उद्योग एवं देवस्थान विभाग मंत्री शकुन्तला रावत ने कहा कि राजस्थान मिशन 2030 को एक अभियान के रूप में चलाकर सफल बनाना है। राजस्थान को देश में नंबर वन बनाना है। यह मिशन तभी सफल बन सकता है जब आम आदमी अपनी राय देंगे। समाज के सभी वर्गों, धर्म गुरूओं, विद्यार्थियों, व्यवसायियों से राय लेकर एक दस्तावेज तैयार किया जाएगा। उसको अमल में लाया जाएगा।

राठौड ने कहा कि राज्य सरकार लम्पी रोग से मृत गौवंश के पशुपालकों को 40 हजार रूपए तक आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। दुर्घटना में घायल को भर्ती कराने वालों को राज्य सरकार 5 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि देती है। धर्म बराबर है। सभी धर्मों के अनुयायी आपस में मिलकर अपनी संस्कृति को बचा सकते हैं। राज्य सरकार 2 हजार यात्रियों को हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा करवाएगी। प्रत्येक व्यक्ति अपनी राय वेबसाईट मिशन- 2030 राजस्थान पर दे सकते है।

कार्यक्रम में अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी ने कहा कि डेयरी को उद्योग अथवा कृषि का दर्जा दिया जाना चाहिए। इससे पशुपालकों को और अधिक लाभ मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि पशुपालक अजमेर को डेनमार्क की तरह दुग्ध उत्पादक बनाना हब चाहते हैं। दुग्ध उत्पादन में राजस्थान का देश में पहला स्थान है। दरगाह से तारागढ़ तथा तारागढ़ से नागपहाड़ तक रॉप वे लगाना चाहिए। पर्यटक अजमेर शहर को अच्छी तरह निहार सकेंगे।