दिगम्बर जैनाचार्य सागरजी महाराज का अजमेर में देवलोक गमन

अजमेर। राजस्थान के अजमेर में धर्मप्रभावना कर रहे दिगम्बर जैनाचार्य 108 सुनील सागर महराज के संघस्थ मुनि श्री सम प्रतिष्ठित सागर महाराज का सोमवार को निधन हो गया। सागर महाराज के निधन से जैन समाज में शोक छा गया है।

श्री दिगम्बर जैन मुनि संघ सेवा समिति के महामंत्री महावीर अजमेरा ने बताया कि समाधिस्थ मुनि समप्रतिष्ठत सागर जी महाराज अस्वस्थ चल रहे थे। उन्होंने जैन परम्परा में शरीर त्यागने के लिए 24 घंटे में एक बार ग्रहण करने योग्य अन्न-जल भी छोड़ रखा था। आज उन्होंने शरीर त्याग दिया।

अजमेर के छोटे धड़े जैन नशियां से दोपहर बाद तीन बजे दिवंगत महाराज की ‘डोल यात्रा’ विधि विधान से वैशालीनगर छतरी योजना की ओर णमोकार मंत्र के जयकारे और बैण्ड बाजों के साथ रवाना हुई, जहां उनकी पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन की गई। इस दौरान जैन समाज के प्रतिष्ठान भी बंद रखें गए।

उल्लेखनीय है कि जैन संत सुनील सागर महाराज, अपने संघ के साथ कुछ दिनों के लिए ही पहली बार अजमेर आए हैं। संघ में 38 साधु-साध्वियां हैं। इनमें से अब एक कम हो गया है।