तृणमूल कांग्रेस नेता के घर छापे को गए ईडी अधिकारियों पर भीड़ का हमला

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले में शुक्रवार को भीड़ के हमले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कुछ अधिकारी घायल हो गए।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी पूरे राज्य में कथित राशन वितरण घोटाले के मामले में तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख के घर पर छापेमारी करने गई थी। केंद्रीय बल के जवानों की सहायता से ईडी अधिकारियों ने जब अंदर से बंद किए गए प्रवेशद्वार को तोड़ने की कोशिश की। इसी दौरान भीड़ ने जांच एजेंसी के अधिकारियों पर हमला कर दिया और उनके वाहनों में तोड़फोड़ की।

शाहजहां शेख को राज्य के वन मंत्री एवं पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रियो मल्लिक का करीबी सहयोगी माना जाता है, जिन्हें कथित करोड़ों रुपए के राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के मुताबिक छापेमारी को कवर कर रहे मीडियाकर्मियों पर भी भीड़ ने हमला किया और उनके उपकरणों और वाहनों में तोड़फोड़ की।

इससे पहले ईडी अधिकारियों की दो टीमों ने बोंगांव नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष शंकर अद्या की संपत्तियों पर भी छापेमारी की। इस बीच राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुवेंद्र अधिकारी ने ईडी अधिकारियों पर हमले की तीखी निंदा की है।

अधिकारी ने एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति अत्यंत खराब है। उत्तरी 24-परगना के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख के घर पर छापेमारी के दौरान ईडी अधिकारियों और सीआरपीएफ जवानों पर बेरहमी से हमला किया गया। मुझे संदेह है कि राष्ट्रविरोधी तत्वों में रोहिंग्या शामिल हैं।

उन्होंने आगे कहा कि मैं माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल, निदेशक ईडी और निदेशक (सीआरपीएफ) से इस गंभीर स्थिति का संज्ञान लेने और इस अराजकता को कुचलने के लिए उचित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं। उन्होंने घटना की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराये जाने की भी मांग की।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि यह एक सुनियोजित हमला था। इन सभी के खिलाफ शिकायत और भ्रष्टाचार के आरोप हैं। यह स्वाभाविक है कि ईडी कार्रवाई करेगी। ईडी अधिकारियों पर हमले की घटना सं स्पष्ट है कि रोहिंग्या राज्य में कानून-व्यवस्था के साथ क्या कर रहे हैं।