अजमेर में वन विभाग ने दबोचे हाथी दांत के साथ तीन तस्कर, केस दर्ज

अजमेर। राजस्थान के अजमेर में वन विभाग ने अवैध रूप से हाथीदांत तस्कर गिरोह के सदस्यों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को वन विभाग ने अजमेर के तबीजी मार्ग से तीन तस्करों को 45 सेमी लम्बे तथा 10 किलो वजन वाले हाथीदांत के साथ गिरफ्तार किया था। हाथीदांत की कीमत 15 लाख रुपए आंकी गई है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हाथीदांत अफ्रीकन है अथवा एशियन। इसके लिए भी जब्त दांत को उत्तराखंड के देहरादून स्थित लैब में भेजा जा रहा है।

गिरफ्तार आरोपियों में महावीर मीणा निवासी खंडेला सीकर, भंवरलाल गुर्जर निवासी डूमाडा तथा कैटर मोइनु चेन निवासी हटूंडी है, जो अजमेर में हाथीदांत बेचने आए थे। वन विभाग कथित खरीददार से पूछताछ कर रही है। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत इस मामले में 3 से 7 वर्ष की सजा का प्रावधान है।

ईनामी अपराधी एवं दो डोडा पोस्त तस्कर अरेस्ट

अजमेर जिला पुलिस स्पेशल टीम के साथ श्रीनगर थाना पुलिस ने आज कुख्यात ईनामी आदतन अपराधी तथा दो डोडा पोस्त तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। थाना प्रभारी जसवंत सिंह ने बताया कि 38 आपराधिक मामलों में वांछित 15 हजार का ईनामी बदमाश नंदा गुर्जर (38) निवासी थाना गेगल (अजमेर) को गिरफ्तार किया है।

उन्होंने बताया कि एक अन्य मामलें के आपराधिक प्रवृत्ति के डोडापोस्त तस्करों शिवराज गुर्जर (30) निवासी अलवरगेट थाना (अजमेर) तथा दिनेश केरवाल (24) निवासी थाना भेसरोडगढ़ (चित्तौड़गढ़) को गिरफ्तार किया है।