मणिपुर में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर फिर से प्रतिबंध लगा

इंफाल। मणिपुर सरकार ने संदिग्ध उग्रवादियों द्वारा एक लड़की समेत दो स्कूली छात्रों की नृशंस हत्या की तस्वीरें और वीडियो वायरल होने के बाद मंगलवार को मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दीं। मणिपुर सरकार ने 23 सितंबर को प्रतिबंध हटा दिया था।

गृह विभाग के एक अधिकारी डॉ एमवी सिंह द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि मणिपुर राज्य में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए, राज्य सरकार ने 1 अक्टूबर की शाम 7:45 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है।

कुकी उग्रवादियों द्वारा दो स्कूली छात्रों की हत्या का वीडियो वायरल

मणिपुर में सैकड़ों छात्रों ने मंगलवार को संदिग्ध कुकी उग्रवादियों की ओर से दो छात्रों की कथित हत्या का विरोध किया तथा प्रदर्शन किए। इम्फाल के रहने वाले हिजाम लिनथोइंगनबी और फिजाम हेमनजीत पर पिछले छह जुलाई को कुछ कुकी उग्रवादियों ने हमला कर दिया था।

उनमें से एक द्वारा इस्तेमाल किया गया मोबाइल फोन चुराचांदपुर जिले की एक कुकी महिला द्वारा भी इस्तेमाल किया गया था। पिछले तीन मई को मणिपुर संकट शुरू होने के बाद एक पूर्व पत्रकार सहित 33 से अधिक लोगों के लापता होने की सूचना मिली है। मणिपुर सरकार ने दोनों स्कूली छात्रों के मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने का आदेश दिया।

सोमवार को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर उनकी कैद के दौरान ली गई कुछ तस्वीरें और वीडियो सामने आने तक दोनों छात्रों का पता नहीं चल पाया था। मुख्यमंत्री एन बीरेन ने कहा कि हत्याओं में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

छात्रों की हत्या के विरोध में जगह-जगह लोगों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किये। बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने नारे लगाते हुए दोषियों को सजा देने की मांग की। छात्रों को खदेड़ने के लिए पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने फायरिंग भी की। फायरिंग में कुछ लड़कियां घायल हो गईं।

उन्होंने आरोप लगाया कि वायरल हुई तस्वीरों में भारी हथियारों से लैस कुकी उग्रवादी दिख रहे हैं। कुछ कुकी लोगों और उनके समर्थकों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दोनों छात्रों का मज़ाक उड़ाते हुए भी देखा गया। राज्य में बढ़ते संकट को नियंत्रित करने के लिए संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई।