नौसर माता मंदिर : देवी जागरण भक्ति गीत की बही रसधार, मंत्र मुग्ध हुए भक्त


श्री नवदुर्गा माता मंदिर में नवरात्र महोत्सव

अजमेर। शारदीय नवरात्र की नवमीं को पुष्कर घाटी स्थित नौसर माता मंदिर में सुबह से देर रात तक देवी के नौ रूपों का दिव्य दर्शन करने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। दशमीं के दिन देव विसर्जन नैवेद्य अर्पण होगा। अजमेर में यह एकमात्र ऐसा माता मंदिर है जिसके गर्भग्रह में नवदुर्गा के रूप में नौ प्रतिमाएं स्थापित हैं।

सोमवार दोपहर 2 बजे श्री नवदुर्गा माता मंदिर शक्ति पीठ के पीठााधीश रामा कृष्णा देव के सान्निध्य में विशेष पूजन के बाद हवन की पूर्णाहुति हुई। नवमीं की शाम को दिव्य महाआरती के बाद जागरण का आयोजन किया गया।

शारदीय नवरात्र महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित भजन संध्या में सुभाष भट्ट एवं अन्य गायकों ने गणेश जी की वंदना के साथ जो भजन जो खेल गए प्राणों के श्रीराम के लिए,…, ओ देव भवानी महारे आंगणिए रम जाओ…, कीर्तन की रात है माता आज थाने आणो है…, मां के करम से सुहानी रात आई है…, तूने मुझे बुलाया शेरा वालिए… जैसे माता रानी के भजनों की झडी लगा दी। आधी रात तक चली भजन संध्या में भावविभोर होकर भक्तजन भी खूब नाचे।

ब्यावर से आई माता रानी की विशाल चूनरी

नवरात्र की नवमीं को हर बार की तरह इस बार भी ब्यावर के भक्तों की ओर से 12 चूनरियों को जोडकर बनाई गई ओढनी माता को अर्पण की गई। इस दौरान मंदिर माता के जयकारों से गूंज उठा। मंहिलाओं ने परंपरागत गीत गाए। नवरात्र महोत्सव के उपलक्ष्य में फूलों की लडियों से की गई सजावट ने सबका मन मोह लिया। समूचा मंदिर परिसर रंग बिरंगी लाइटों से जगमगा रहा था।

दिव्य महाआरती बडी सहित भक्तजन मौजूद रहे

शाम को ढोल नगाडों की गूंज के बीच दिव्य महाआरती में बडी संख्या में भक्तों ने भाग लिया। मंदिर में बजने वाली घंटियों से पुष्कर घाटी गूंज उठी। विशाल भंडारे में सभी ने प्रसादी ग्रहण की। व्यवस्थापक मनोज गुप्ता, सेवादार सूरज अजमेरा, छैल सिंह चुंडावत, सुदर्शन गुप्ता, जयपुर वाले अजय शर्मा, संजय खडकट्ट आदि ने नवरात्र महोत्सव की व्यवस्था में सहयोग किया।