जयपुर में शराब की दुकानों के बाहर दूध पीकर मनाया नववर्ष

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में शराब की दुकानों के बाहर दूध पीकर अनूठे ढंग से नववर्ष मनाया गया। संस्कृति युवा संस्था एवं सरस, राजस्थान कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड एवं अन्य सामाजिक संगठनों की ओर से नववर्ष की पूर्व संध्या पर रविवार को जयपुर में शराब की दुकानों के बाहर दूध पिलाने का आयोजन रखा गया।

संस्कृति युवा संस्था के अध्यक्ष एवं भाजपा नेता पं. सुरेश मिश्रा ने बताया कि जब शराब की दुकान के बाहर दूध पिलाया जा रहा था तो लोग शराब छोड़कर दूध की ओर बढने लगे। इससे इस अभियान की सार्थकता भी नजर आने लगी।

मिश्रा ने बताया कि वर्ष 1995 में 31 दिसम्बर की रात को नववर्ष की शुरूआत शराब से नहीं दूध से करें अभियान की शुरूआत संस्कृति युवा संस्था द्वारा की गई थी। अब यह अभियान न केवल जयपुर में बल्कि पूरे देश में प्रचारित-प्रसारित होने लगा है।

उन्होंने बताया कि अभियान के तहत इस बार अनूठे तरीके से शराब की 11 दुकानों और 50 से अधिक स्थानों को चिह्नित किया गया, जिसके बाहर दूध पिलाया गया और लोगों से आग्रह किया गया कि शराब से नाता तोड़ो, दूध पीकर सेहत बनाओ।

उन्होंने बताया कि अभियान के तहत स्वर्ण पथ मानसरोवर, मालपुरा गेट सांगानेर, रामपुरा रोड सांगानेर, गोविन्द मार्ग, दीनदयाल उपाध्याय जनता कॉलोनी, जेके लोन हॉस्पिटल के मेन गेट के बाहर, पन्नाधाय सर्किल हल्दीघाटी रोड, सेक्टर संख्या तीन पंडित चाय वाले की दुकान, प्रताप नगर, सेक्टर-आठ कुम्भा मार्ग प्रताप नगर, भैरू सर्किल नीधि स्वीट कुम्भा मार्ग, दिगम्बर जैन मंदिर चित्रकूट कॉलोनी सांगानेर थाने के पास, जोरावर सिंह पेट्रोल पम्प के पास, झखोरेश्वर मार्ग बनीपार्क, नियर खण्डाका हाउस के पास, आमेर रोड, जयसिंहपुरा खोर पर शराब की दुकान के बाहर गोल्डन मिल्क पिलाया गया।

इसी तरह झोटवाड़ा, करधनी, कालवाड रोड, बड़ी चौपड़, छोटी चौपड़ सहित 50 से अधिक स्थानों पर दूध पिलाया गया। इन स्थानों पर युवा दूध पीने के लिए युवा उमड़ पड़े।