नीतीश को विषैला या नशीला पदार्थ खिलाया जा रहा है : जीतन राम मांझी

पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल के दिनों में जिस तरह के ‘असंतुलित’ बयान दिए हैं उससे यह लगता है कि उन्हें साजिश के तहत विषैला या नशीला पदार्थ खिलाया जा रहा है।

मांझी ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि नीतीश कुमार इन दिनों ऐसी ऐसी हरकतें कर रहे हैं जिससे लगता है कि उनके खिलाफ गहरी साजिश रची जा रही है। पिछले दिनों बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी के पिता स्व. महावीर चौधरी को श्रद्धांजलि देने के बजाय उन्होंने अशोक चौधरी पर ही फूल चढ़ा दिया। इसके बाद विधानसभा में कभी महिलाओं के खिलाफ अभद्र बातें कहते हैं तो कभी दलित पूर्व मुख्यमंत्री का अपमान करते हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि साजिश के तहत नीतीश कुमार को भोजन में विषैला या नशीला पदार्थ मिलाकर खिलाया जा रहा है, इसके कारण वह ऐसी हरकत कर रहे हैं। यह सब उन्हें गद्दी से हटकर किसी और को मुख्यमंत्री बनाने के लिए किया जा रहा है।

मांझी ने कहा कि आरक्षण का राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सभी दलों ने बढ़-चढ़ कर समर्थन किया और सभी सर्वसम्मति से इससे संबंधित विधेयक पारित करना चाहते थे। साथ ही हम यह भी चाहते थे कि आरक्षण की इस बात की समीक्षा हो कि इसका पूरा लाभ दलितों को मिल रहा है या नहीं। इस संबंध में सदन में कहा था कि डॉक्टर अंबेडकर साहब ने जिन्होंने संविधान के तहत हमें आरक्षण दिलाया उन्होंने भी कहा था कि 10 वर्षों के बाद उसकी समीक्षा हो।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 18 वर्ष से नीतीश कुमार और उससे पूर्व 15 साल तक लालू प्रसाद यादव बिहार में शासन में रहे। वह नीतीश कुमार से ही जानना चाह रहे थे कि कितने दलित को आरक्षण मिला और कितना बैकलॉग है तथा इस बैकलॉग को पूरा करने के लिए उनकी सरकार ने क्या कदम उठाया। इतना सुनते ही नीतीश कुमार उन्हें अनाप-शनाप बोलने लगे।

मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार ने न सिर्फ उनका बल्कि पूरे भुइयां-मुसहर समाज का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपति से मिलेंगे और बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार ने जो मुझ पर आरोप लगाए हैं वह पूरी तरह गलत है। मुझे राज्यपाल बनने की कोई इच्छा नहीं है। नीतीश कुमार मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।