पटना व्यवहार न्यायालय में ट्रांसफार्मर विस्फोट मामले में मुंशी की मौत

पटना। बिहार के पटना व्यवहार न्यायालय में हुए ट्रांसफर्मर विस्फोट हादसे में गंभीर रूप से घायल एक और मुंशी की इलाज के दौरान मौत होने के बाद इस दुर्घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर चार हो गई है।

ट्रांसफार्मर में हुए विस्फोट और उसके खौलते तेल से लगी भीषण आग में गंभीर रूप से झुलसे व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता लिपिक जितेन्द्र कुमार की बीती रात्रि इलाज के दौरान मौत हो गई। जितेंद्र कुमार के निधन के साथ ही इस हादसे मे मरने वालों की संख्या चार हो गई है।

गौरतलब है कि 13 मार्च 2024 को पटना व्यवहार के गेट नंबर एक के पास स्थित ट्रांसफार्मर में हुए भीषण विस्फोट में सड़क किनारे टेबल-कुर्सी लगाकर काम कर रहे कई वकील और मुंशी आग में झुलसकर घायल हो गए थे जबकि एक वकील दविंदर प्रसाद की मौके पर ही मौत हो गई थी।

गंभीर रूप से घायल एक वकील और दो मुंशी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घटना के दूसरे दिन एक मुंशी विकास कुमार की मौत हो गई थी। बाद में 18 मार्च को वरिष्ठ अधिवक्ता हरि नारायण गुप्ता की मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल मुंशी जितेंद्र कुमार अस्पताल में इलाजरत थे। मृतक जितेंद्र कुमार पटना जिला के बिहटा थाना क्षेत्र के रहने वाले थे।

सूत्रों के अनुसार जितेंद्र कुमार ने शनिवार रात्रि 1:30 बजे करीब अपनी अंतिम सांसें ली। विदित हो कि पटना व्यवहार न्यायालय स्थित जिला अधिवक्ता संघ के पुराने भवन को तोड़कर नए बहुमंजिले भवन का निर्माण कराया जा रहा है। पुराने भवन के टूटने के बाद वकील और मुंशी सड़क, फुटपाथ एवं ढके हुए नाले पर बैठकर काम निपटा रहे हैं।