नसीराबाद में सफाईकर्मियों के कार्य बहिष्कार से कस्बे में लगे कूड़े के ढेर

नसीराबाद। केंद्र सरकार के रक्षा मंत्रालय के अधीन स्थानीय निकाय छावनी परिषद में तैनात सफाई कर्मियों द्वारा शनिवार से कार्य का बहिष्कार करने के कारण कस्बे के मुख्य बाजार सहित गली मोहल्लों में कूड़े कचरे का ढेर लग गयाहै। गंदगी से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

जानकारी के अनुसार छावनी परिषद कर्मचारी यूनियन अध्यक्ष फतेह सिंह के सफाई कर्मी के पद पर संविदा पर तैनात दो पुत्रों को छावनी परिषद मुख्य अधिशासी अधिकारी द्वारा हटाए जाने से आक्रोशित सफाई परिषद कर्मियों ने शनिवार से कार्य का बहिष्कार कर दिया और मंगलवार को छावनी परिषद वर्कशॉप के बाहर प्रदर्शन किया।

छावनी परिषद कर्मचारी यूनियन अध्यक्ष फतेह सिंह चौहान ने बताया के मुख्य अधिशासी अधिकारी उमेश पारीक ने उनके साथ अपमानजनक तथा असहनीय शब्दों का प्रयोग किया तथा उनके दोनों पुत्र को जो कि छावनी परिषद में संविदा पर सफाई कर्मी के पद पर कार्यरत थे उनको भी छावनी परिषद सीईओ द्वारा काम से हटा दिया गया।

इस मामले में पूर्व में भी मुख्य अधिशासी अधिकारी को पत्र प्रेषित किए गए किंतु कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण यूनियन की बैठक में 23 मई से 25 मई तक सामूहिक अवकाश की घोषणा कर कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया गया। मंगलवार को यूनियन के द्वारा मुख्य अधिशासी अधिकारी को पत्र प्रेषित कर यूनियन अध्यक्ष के दोनों पुत्रों को काम पर लिए जाने की मांग की गई।

जानकारी के अनुसार कस्बे के 8 वार्डो में करीब 50 सफाई कर्मी संविदा पर कार्यरत है तथा करीब 20 स्थाई सफाई कर्मी तैनात है। स्थाई व संविदा पर तैनात सफाई कर्मियों के द्वारा कार्य का बहिष्कार किए जाने से कस्बे की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है। गली मोहल्लों में लगे कूड़े के ढेर व नालियों की सफाई नहीं होने से लोगों का रहना दुश्वार हो रहा है।

कस्बे के मुख्य बाजार में फैले कचरे के ढेर के कारण वाहन चालकों व राहगीरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कचरे का ढेर सड़कों पर आ जाने से आवारा जानवर दिन भर उसमें मुंह मारते हुए नजर आते हैं। इस मामले में छावनी परिषद मुख्य अधिशासी अधिकारी उमेश पारीक से भी मोबाइल के माध्यम से संपर्क करने का प्रयास किया गया किन्तु उनसे संपर्क नही हो पाया।

समय पर नहीं हुई पेयजल आपूर्ति

कस्बे में पेयजल आपूर्ति का जिम्मा छावनी परिषद का है। सफाई कर्मियों के कार्य बहिष्कार का असर पेयजल आपूर्ति पर भी देखने को मिला। कस्बे में मंगलवार को पेयजल आपूर्ति भी समय पर नहीं हो पाई। सुबह 5 बजे कस्बे में पेयजल आपूर्ति शुरू हो जाती है, किंतु मंगलवार सुबह छावनी परिषद के तैनात वाल मेनो ने सप्लाई नहीं खोली। छावनी परिषद के द्वारा करीब 11 बजे अन्य कार्मिको के द्वारा पेयजल आपूर्ति के लिए सप्लाई शुरू कराई गई। उधर, क्षेत्रीय विधायक रामस्वरूप लांबा ने मुख्य अधिशासी अधिकारी छावनी परिषद को मंगलवार को ईमेल कर नसीराबाद शहर की सफाई और पेयजल व्यवस्था सुचारू करने एवं सफाई कर्मचारियों की मांगों का समाधान करने के निर्देश दिए।

छावनी परिषद की महिला कर्मचारी को आवारा सांड ने मारी टक्कर

छावनी परिषद में आवारा पशुओं के द्वारा आमजन को लगातार हानि पहुंचाई जा रही है जिसकी शहर वासियों द्वारा लगातार शिकायतें करने के बावजूद भी प्रभावी कार्यवाही नहीं किए जाने से नगर वासियों में रोष व्याप्त है। मंगलवार को छावनी परिषद की महिला कर्मचारी सरोज देवी काम पर पैदल आ रही थी। इस दौरान एक सांड के हमले में वह सिर पर चोट लगने से घायल हो गई। राहगीरों ने उसे नसीराबाद हॉस्पिटल पहुंचाया। उक्त घटना की जानकारी छावनी परिषद के अन्य कर्मचारियों को चलने पर वह हॉस्पिटल पहुंचे। वहीं मंगलवार को नसीराबाद न्यायालय परिसर में भी आवारा जानवरों की लड़ाई में वाहन क्षतिग्रस्त हो गए जिस पर स्थानीय अधिवक्ताओं ने भी छावनी परिषद के कर्मचारियों को आवारा पशुओं को पकड़कर कांजी हाउस में बंद करने की मांग की।