राजगढ़ धाम पर रविवारीय मेले संग धूमधाम से मनाई सेन जयंती


अजमेर।
श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ पर रविवारीय मेले के साथ सेन जयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। धाम के मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज ने सर्वप्रथम मंदिर परिसर में बाबा भैरव व मां कालिका के साथ चक्की वाले बाबा तथा सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की पूजा अर्चना की।

धाम के प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि इसी साल फरवरी माह में धाम में सेनजी महाराज की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। रविवार को 5 मई के दिन ही सेन जयंती का अदभुत संयोग होने से श्री मसाणिया भैरव धाम चैरीटेबल ट्रस्ट एवं सेन समाज जोया परिवार राजगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में धाम के मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज के सान्निध्य में सेन समाज के आराध्य देव संत श्री सेनजी महाराज की 724वीं जयंति बड़े ही धूमधाम से मनाई गई।

सेन जयंती का शुभारम्भ चम्पालाल महाराज एवं जोया परिवार के सदस्यों ने झुंझार जी महाराज के स्थान पर विधि विधान से पूर्जा अर्चना कर की। इसके बाद सेन समाज की महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। कलश यात्रा रेगरान मौहल्ला, सदर बाजार से तेजाजी चौक होते हुए भैरव धाम पर पहुंची। मार्ग में राजगढ़ ग्रामवासियों ने जगह-जगह पर पुष्प वर्षा कर कलश यात्रा का अभिनन्दन किया।

राजगढ़ ग्रामवासियों एवं पूर्व सरपंच हरनिवास काबरा ने चम्पालाल महाराज का साफा पहनाकर व शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। कलश यात्रा के दौरान उपस्थित सभी लोगों ने डीजे व ढोल की धुन पर नाच गाकर जयंती का आनन्द लिया। कलश यात्रा का मन्दिर परिसर में पहुंचने पर धाम के व्यवस्थापक ओम प्रकाश सेन के साथ भैरव भक्त मण्डल के सदस्यों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।

चम्पालाल महाराज व सेन समाज जोया परिवार के सदस्यों ने सेनजी महाराज के श्रीचरणों में झण्डा चढ़ाया। सेनजी महाराज की मूर्ति की पूजा अर्चना कर व प्रसाद का भोग लगाकर श्रद्धालुओं में वितरित किया गया।

समस्त आयोजन के शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने में कैलाश सेन, महावीर सेन, ओम प्रकाश सेन, कैलाश सेन, रमेशचन्द, विष्णु सेन, श्याम सेन, रतन सेन, अशोक, ताराचन्द सेन, गोविन्दराम, राजेश, धर्मेन्द्र, जितेन्द्र, विनोद, सुरेन्द्र, पवन, अविनाश, राहुल, कपिल, यश, मिलन, भव्य, वेदान्त, नरेन्द्र, शुभम, जतिन, विशाल, गौरव के साथ माया देवी, पुश्पा, विष्णुकान्ता, इंदिरा देवी, कांता, लक्ष्मी, रीतू, किरण, सोनू, पूजा, वर्शा, रेखा, नीलू, दुर्गा, सम्पत देवी, कांता, लाली, मिताली, वंशिका, बुलबुल, अनिता एवं जोया परिवार के सभी सदस्यों का सहयोग रहा।