आदिवासी की अवैध हिरासत और यातना का आरोप, एसपी की पुलिस के खिलाफ परिवाद

सरूपगंज पुलिस के टॉर्चर का कथित शिकार बाबूलाल गरासिया।

सबगुरु न्यूज-सिरोही। पिंडवाड़ा तहसील के पँचदेवल गांव निवासी हीरालाल गरासिया ने सरूपगंज पुलिस स्टाफ पर गम्भीर आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज करने का परिवाद पुलिस अधीक्षक को दिया है।
<span;>इसमें बताया कि उसके पिता बाबूलाल को कोई आपराधिक रेकर्ड नहीं है। इसके बावजूद सरूपगंज पुलिस उन्हें अवैध तरीके से 17 मार्च से 2 अप्रेल तक हिरासत में रखा। इसमें आरोप लगाया कि उन्हें असहनीय रूप से टॉर्चर किया गया जिससे उनके जांघ की हड्डी टूट गई और जननांग पर गम्भीर चोट आई।

इसमें आरोप लगाया कि उसके भाई विरमाराम को 27 मार्च को घर से बुलवाया गया। अपने कृत्य छिपाने के लिए उसके पिता को शैतानसिंह और रेशमाराम पुलिस कर्मी के साथ जब उपचार के लिए उन्हें उदयपुर के हॉस्पिटल भेजा गया तो वहाँ पुलिस।केस होने से उन्हें उपचार के लिए मना कर दिया।  जिससे वो उन्हें पालनपुर ले गए।

वहां पर थानेदार हरिसिंह स्वयं मौजूद थे। उन्होंने सीढ़ियों से गिरने से हादसा होने की बात सबको बताने को कहा। इसमें सरूपगंज सीआई राजेन्द्र सिंह, थानेदार हरिसिंह, हैड कांस्टेबल सुमन गरासिया, कांस्टेबल शैतानसिंह, बजरंग, रेशमराम, भूरसिंह के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग की है।