शबनम ने श्रीराम के जय घोष के साथ मध्यप्रदेश में प्रवेश किया

बड़वानी। मुंबई से अयोध्या के लिए हिजाब पहने केसरिया ध्वज थामे निकली सनातनी मुसलमान शबनम ने गुरुवार को मध्यप्रदेश में प्रवेश कर लिया।

मुंबई से अयोध्या के लिए 1425 किलोमीटर की पैदल यात्रा में मुस्लिम युवती शबनम के साथ उनके मित्र रमन राज और विनीत पांडेय भी शामिल है। शबनम और उसके साथियों ने आज मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश कर लिया। सोशल मीडिया पर सनसनी बनी शबनम शेख अपनी मां और पिता की आज्ञा लेकर अयोध्या में रामलला के दर्शन करने निकली है।

उन्होंने बताया कि उनके दोनों मित्र विनीत और रमन राज साइकिल से अयोध्या जा रहे थे। उन्होंने मुझसे पूछा तो मैंने कहा कि क्या पैदल नहीं चल सकते। शबनम ने कहा कि सभी राजी हो गए और एक हफ्ते की तैयारी के बाद पैदल यात्रा पर निकल पड़े। उन्होंने कहा कि इस तरह की यात्राएं आमतौर पर पुरुष ही करते हैं, लेकिन मैंने सोचा कि ‘एक नारी सब पर भारी’ और डिसाइड किया कि मैं पैदल यात्रा करूंगी।

श्रीराम को आदर्श मानने वाली सनातनी मुसलमान बीकॉम प्रथम वर्ष की छात्रा शबनम बचपन से ही राम और कृष्ण संबंधी पौराणिक सीरियल देखते हुई बड़ी हुई है। वे स्पष्ट रूप से कहती है कि श्रीराम की पूजा के लिए किसी को हिंदू होने की आवश्यकता नहीं है, श्री राम तो सब के हैं।

वे 22 जनवरी तक अयोध्या तो नहीं पहुंच पाएंगी लेकिन वह कहती है कि दृढ़ संकल्प और उत्साह से फरवरी में जरूर वहां पहुंच कर दर्शन करेंगी। प्रतिदिन औसतन 25 किलोमीटर की पैदल यात्रा करने वाली शबनम और उसके साथियों ने बताया कि महाराष्ट्र के मुस्लिम बहुल मालेगांव क्षेत्र में पुलिस के सुझाव पर उन्होंने कुछ किलोमीटर वाहन से भी यात्रा की।

शबनम मोटिवेशनल स्पीकर और वकील सुबुही खान से प्रभावित हैं। उनका यह कहना है कि वह सुभुही खान के वीडियो देखती हैं, जो अपने आप को सनातनी मुस्लिम कहते हुए इंसानियत की बात करती है। उन्होंने कहा कि अच्छा इंसान होना और दिल में सफाई होना आवश्यक है।

शबनम ने बताया कि रास्ते भर उन्हें अभूतपूर्व स्वागत सत्कार और उत्साह मिला है, जो यह सिद्ध करता है कि श्री राम की पूजा किसी विशेष धर्म या क्षेत्र तक सीमित नहीं है, यह सीमाओं को तोड़ने वाली है। उन्होंने कहा कि कुछ नकारात्मक प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं, लेकिन रास्ते में मिलने वाले प्यार स्नेह और सम्मान ने उन्हें जोरदार ऊर्जा प्रदान की है।

उन्होंने कहा कि वह केसरिया झंडा पकड़कर श्रीराम का जय घोष लगाते हुए आगे बढ़ती जाती हैं और सभी उन्हें हाथों-हाथ ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि पब्लिक के सपोर्ट से उनके स्वागत सत्कार से मैं आल्हादित हूं अभिभूत हूं।