श्रीमद् भागवत कथा : धूमधाम से मनाया कृष्ण रुक्मणी विवाह उत्सव

अजमेर। मदार स्थित राधा कृष्ण मंदिर में चल रही आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान शनिवार को कृष्ण रुक्मणी विवाह उत्सव धूमधाम से मनाया गया।

पवन महाराज ने कथावाचन करते हुए बताया कि भगवान कृष्ण और गोपियों का अदभुत प्रेम था जिसमें किसी भी तरह की कोई कामवासना नहीं थी। भक्त और भगवान के बीच अनन्य प्रेम के चलते भगवान कृष्ण की बांसुरी सुनकर गोपियां सब कार्यों को छोड़कर उनके दर्शन को पहुंच जाती थीं।

उन्होंने कहा कि संसार में गृहस्थ जीवन सबसे कठिन है। इसमें त्याग, प्रेम, दया, करुणा, ममता, दान सभी का महत्व है। हम सब कुछ ना कुछ जीवन काल में देते रहते हैं। जीवन में भक्ति का भी बड़ा महत्व है। जो भगवान के प्रति निस्वार्थ भाव से समर्पित होते हैं, भक्ति भाव से सेवा पूजा अर्चना और वंदना करते हैं भगवान उनकी जीवन में कभी भी कष्ट नहीं आने देते।

विवाह उत्सव के दौरान महाराज ने एक से एक भजनों की प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं को आनंदित कर दिया। इस मौके पर भगवान कृष्ण की मनमोहक झांकी सजाई गई। कृष्ण और रुक्मणी बने बच्चों ने नृत्य की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। महिलाओं ने राधा-कृष्ण पर फूलों की बरसात की। राधा कृष्ण बने बच्चों की पूजा अर्चना कर यथा शक्ति भेंट पूजा दी।

आरती के पश्चात प्रसाद वितरित किया गया। कार्यक्रम के दौरान परिवार के सदस्यों सहित कई श्रद्धालु मौजूद थे। महाराज ने बताया रविवार को सुदामा चरित्र के फाग महोत्सव के कार्यक्रम पश्चात कथा समापन के होगा।