अप्राप्त की कामना ना करें, जो प्राप्त है, वही पर्याप्त है : हरि शरण

अजमेर। हरि नाम की महिमा को सुनना भी फलदायी होता है। जब भी समय मिले भगवान का नाम लेते रहें। मनुष्य जीवन मिला है, यह ठाकुरजी के नाम जप का श्रेष्ठ अवसर है। इस अवसर को ना चूके और भक्ति से नाता जोडें। यह बात कथावाचक हरि शरण महाराज ने श्रीमदभागवत महायज्ञ के पांचवे दिन … Continue reading अप्राप्त की कामना ना करें, जो प्राप्त है, वही पर्याप्त है : हरि शरण