चम्पालाल महाराज को मिली धमकी से खफा भक्तों ने निकाला मौन जुलूस


अजमेर।
राजगढ़ धाम के मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज को 10 दिसम्बर को मिले धमकी भरे पत्र के बाद उनकी सुरक्षा बढाए जाने तथा धमकी देने वालों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग को लेकर गुरुवार को भैरव भक्त मण्डल के नेतृत्व में मौन जुलूस निकाला गया।

सर्द मौसम के बावजूद बडी संख्या में श्रद्धालुओं के साथ सर्व धर्म मैत्री संघ के पदाधिकारी, सर्व समाज के लोग, प्रबुद्धजन डाक बंगला के बाहर एकत्र हुए तथा पुराने आरपीएससी भवन, बस स्टेंड चोराहा होते हुए तक मौन जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे। मौन जुलूस में लोग हाथों में बैनर व तख्तियां थामे चल रहे थे जिस पर सुरक्षा ही संरक्षण, राजगढ़ धाम की सुरक्षा बढ़ाओ, चम्पालाल महाराज को कड़ी सुरक्षा दो, आरोपियों को गिरफ्तार करो जैसे स्लोगन लिखे हुए थे।

कलेक्ट्रेट में नारायणी सेन समाज ग्रामीण संगठन जिला अजमेर, पूज्य सिन्धी सेन्ट्रल समाज ब्यावर, श्री क्षत्रीय सरगरा समाज विकास समिति पुष्कर, समाज युवा संघ ब्यावर, माली सेना जयपुर आदि संस्थाओं ने भी प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम कलक्टर व पुलिस अधीक्षक अजमेर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में चंपालाल महाराज व उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान करने तथा इस प्रकरण में लिप्त दोषियों को जल्दी गिरफ्तार कर उनको कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग देने की मांग उठाई है।

ज्ञापन देने वालों में सर्व धर्म मैत्री संघ के अध्यक्ष प्रकाश जैन, पूर्व उपमहापौर सम्पत सांखला, श्रीनगर सरपंच दिलीप राठी, नांदला सरपंच मान सिंह, पार्षद श्रवण सेन, प्रकाश रांका, अनिल कटारिया, सुनील रांका, सुनिल सोनी, हेमन्त सेन, त्रिलोकचन्द सैन, पदमचन्द जैन, शंकर मिस्त्री, कैलाशचन्द सेन आदि शामिल रहे।

बतादेंकि श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ अजमेर के प्रमुख मंदिरों में से एक है। राजगढ़ धाम देशभर के लाखों लोगों की आस्था का केन्द्र और सर्वधर्म शक्ति स्थल है। धाम के मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज नशा मुक्ति का महाअभियान चलाए हुए हैं जिसमें लाखों लोगों ने नशे का त्याग किया है। पूर्व में भी महाराज पर कई बार हमले हो चुके हैं व आए दिन उन्हें धमकियां मिलती रहती है।