बिना तलाक दिए पत्नी की अंयत्र शादी रचाने व आभूषण हड़पने का आरोप

तखतगढ़(पाली)। थाना क्षेत्र के बसंत निवासी 34 वर्षीय एक व्यक्ति ने बिना तलाक दिए पत्नी की अंयंत्र शादी रचाने एवं पहनने दिए आभूषण को हड़पने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है। युवक ने न्यायालय को इस्तगासा दायर करते हुए मामला दर्ज करवाया है।

पुलिस ने बताया कि न्यायालय में दायर इस्तगासे के आधार पर रिपोर्ट पेशकर बताया कि वह ग्राम बसन्त का निवासी है। उसका विवाह 11 जुलाई 2013 को सामाजिक रीति रिवाज के अनुसार कविता पुत्री मोहब्बतसिंह राजपुरोहित निवासी पराखिया(सुमेरपुर) के साथ हुआ था।

विवाह के समय उसने व उसके परिवार वालों द्वारा पत्नी कविता को एक सोने की चैन, एक सोने की अंगूठी, तोड़ा जोड़ी चांदी की, कानों के झूमर झेला जोडी एक चढाए थे। विवाह पश्चात् पत्नी कविता को एक डेढ तोला सोना का मंगलसूत्र, एक हार 12 ग्राम का दिया था। जो तमाम गहने पत्नी कविता के पास ही है।

दाम्पत्य जीवन से एक पुत्री का जन्म हुआ है। जिसकी उम्र 9 साल है। उसकी पत्नी कविता ने बिना तलाक लिए महिपालसिंह पुत्र प्रकाशसिंह 34 वर्ष राजपुरोहित निवासी नेतरा तहसील सुमेरपुर से दूसरी शादी रचा ली। रिपोर्ट में बताया कि ससुर मोहब्बतसिंह पुत्र भीकसिंह राजपुरोहित, निवासी पराखिया, सास जशोदा कंवर पत्नी मोहब्बतसिंह, चाचा ससुर मदनसिंह पुत्र भीकसिह, चाची सास लीला पत्नी मदनसिंह, चाचा ससुर हरीसिंह पुत्र भीकसिंह ने मिलकर व एकराय होकर पत्नी कविता की शादी आरोपी महिपालसिंह के साथ करवाई।

इस शादी में महिपालसिंह की माता भूरीदेवी, भाई सुमेरसिंह, अरविन्दसिंह, भाई सुरेशसिंह, यशपालसिंह, भाभी गीता, बहन श्रीमती रतन व सुमेरसिंह ने साथ मिलकर सप्तपदी रीति से ग्राम पराखियां में सम्पन्न करवा दी। रिपोर्ट में बताया कि इन आरोपियों को जानकारी थी कि विवाहिता कविता उसकी पत्नी है। उसका तलाक या नरदावा नहीं हुआ है। बावजूद आरोपी महिपालसिंह के साथ सप्तपदी रीति से शादी करवाकर पहनने को दिए गए सोने चांदी के आभूषण हड़प लिए। पुलिस ने भारतीय दण्ड संहिता की धारा 420, 406, 494 की धारा में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।