पकड़ में नहीं आ सकी पन्ना की बाघिन, भेजना था माधव राष्ट्रीय उद्यान

पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिज़र्व से आज जिस एक युवा बाघिन को शिवपुरी के माधव राष्ट्रीय उद्यान में ले जाया जाना था, वह अभी तक पकड़ में नहीं आ सकी है।

सूत्रों के अनुसार यहां से ले जाने के लिए जिस बाघिन का चयन किया गया है, उसकी उम्र लगभग सवा दो साल है। इस बाघिन को ट्रैंक्युलाइज करने का हरसंभव प्रयास किया गया, लेकिन चंचल स्वभाव की यह बाघिन हाथी को देखकर दूर निकल जाती है, जिससे उसको ट्रैंक्युलाइज नहीं किया जा सका। नतीजतन नियत समय पर इस बाघिन की पन्ना से माधव नेशनल पार्क के लिए रवानगी नहीं हो सकी।

आज प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा माधव राष्ट्रीय उद्यान में बाघ छोड़े जाएंगे। माधव में पूरे 27 साल बाद एक बार फिर से बाघ की दहाड़ सुनाई देगी। माधव में 1990- 91 तक काफी संख्या में बाघ हुआ करते थे, लेकिन अंतिम बार 1996 में यहां बाघ देखा गया था।

पन्ना टाइगर रिज़र्व के क्षेत्र संचालक ब्रजेन्द्र झा ने बताया कि बाघिन को ढूंढने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए हाथियों की मदद ली जा रही है, फिर भी अगर बाघिन नहीं मिली तो यहां से कोई दूसरी बाघिन को भेजेंगे।

हादसा टला, मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए बनाया मंच गिरा

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज यहां स्थित माधव राष्ट्रीय उद्यान में बाघों को छोड़ने के पश्चात शहर में रोड शो करेंगे। इसके पहले एक बड़ा हादसा उस समय टल गया, जब दोनों नेताओं के स्वागत के लिए जगह-जगह बनाए गए मंचों में से एक मंच का लोहे का एक चैनल अचानक टूट कर गिर गया।

पुराने बस स्टैंड पर हुए इस हादसे में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। व्यस्ततम मार्ग पर हुए इस मामले के बाद फौरन स्थितियों को संभाला गया। आज इस रोड शो को देखते हुए शहर के मुख्य मार्ग दो बत्ती चौराहे से लेकर सभा स्थल पोलोग्राउंड तक बैनर पोस्टर स्वागत द्वारों से पूरा शहर सजाया गया है। जगह-जगह स्वागत मंच बनाए गए हैं।