सबगुरु न्यूज-आबूरोड। आबूरोड-माउण्ट आबू मार्ग पर बुधवार को हुई लूट के बाद सोई पुलिस गुरुवार को हुई हत्या के बाद पूरी रात जागी। सुबह उसके हाथ में सफलता लगी। माउण्ट आबू के छीपाबेरी के पास मोटरसाइकिल पर सवार दो पर्यटकों पर हमला करके लूटने और एक पर्यटक की हत्या करने के मामले पुलिस ने एक आरोपित को पकड़ा और तीन नाबालिगों को विधि निरूद्ध किया।
सिरोही पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हत्या के बाद पुलिस तुरंत एक्टिव मोड में आ गई। फोरेन्सिक मोबाईल टीम व एमओबी टीम को साक्ष्य संकलन के लिए मौके पर बुलाकर साक्ष्य एकत्रित करवाये गये। सिरोही पुलिस की 20 अलग-अलग टीमें गठित की गई।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गुरुवार को धानेरा, गुजरात निवासी पर्यटक नरेश भाई पुत्र मफाभाई जाति चौधरी व उसके मौसी का बेटा भाई हितेश पुत्र सेधा भाई जाति चौधरी मोटरसाईकिल से माउंट आबू घूमने के लिये जा रहे थे। दिन में समय करीब एक बजे वाघनाला से उपर पहुंचे। जहां पर साइड में मोटरसाइकिल रोककर मोबाईल पर बात कर रहे थे। इतने मे आबूरोड की तरफ से 2 मोटरसाईकिल पर सवार होकर 6 युवक आए। इन्होंने दोनो युवको से मोबाईल वगैरा सामान की छीना झपटी की।
एसपी ने बताया कि दोनों पर्यटकों ने इसका विरोध किया तो इन लोगों ने चाकू से हमला कर दिया। जिसमे नरेश भाई के चोटे आई तथा उसके साथी हितेश के हार्ट के पास चाकू से जानलेवा वार कर चोट आई। हितेश घायल होकर नीचे गिर गया। नरेश उसे आबरोड सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचा। डॉक्टरो ने चैक कर हितेश को मृत घोषित कर दिया। इस सूचना पर पुलिस जाब्ता सरकारी अस्पताल आबूरोड पहुंचा व घटना के हालात ज्ञात कर उच्चाधिकारियो को घटना के बारे मे सूचित किया गया। गुजरात के बनासकांठा जिले के शेरगढ जडिया निवासी प्रार्थी नरेश पुत्र मफाभाई जाति चौधरी ने इस संबंध में रिपोर्ट दी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में संदिग्धों के फुटेज लेकर पुलिस स्टॉफ, सीएलजी सदस्य, ग्राम रक्षक दल, पुलिस मित्र व सीएलजी सदस्यो के व्हॉट्स अप पहचान के लिए भेजे गये। सभी को संदिग्ध की पहचान के बारे में बताया गया। इन सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्ध की पहचान मुदरला बिचली फली निवासी भूराराम पुत्र तेजाजी गरासिया 23 के रूप में हुई। इस पर इस मामले को लेकर गठित की गई टीमों द्वारा उक्त संदिग्ध को दस्तियाब करने के लिए पहाडियों में घेराबंदी की। उसे दस्तियाब करके घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की। उसने बताया कि उसके साथ मुदरला निवासी हाला पुत्र पूरा गरासिया व 04 अन्य किशोर थे। उसकी सूचना के आधार इस लूट और हत्या में शामिल तीन किशोरों को विधि निरुद्ध किया गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने के बाद ये लोग पैदल मोरडू गांव की तरफ फरार हुये थे। जिनको दस्तयाब करने के लिए थाना आबूरोड सदर, माउंट आबू, आबूरोड शहर, चौकी छीपाबेरी, चौकी गिरवर, आरएसी जाब्ता की कुल 11 टीमें गठित की गई। पूरे क्षेत्र की घेराबन्दी कर तलाश शुरू की गई। सरूपगंज थानाधिकारी के नेतृत्व में 07 टीमो का गठन कर सीसीटीवी कैमरे देखकर घटना में को अंजाम देने वालों को फुटेज एकत्रित करने में लगाया। सिरोही की डीएसटी टीम को पूर्व में लूट, डकैती, हत्या के मामलो मे चालानशुदा बदमाश प्रवृति के लोगों को चैक कर पुूछताछ करने का काम सौंपा गया। साईबर टीम सिरोही को तकनीकी साक्ष्य संकलित करने का लक्ष्य दिया गया था। सामूहिक प्रयास से पुलिस ने इस प्रकरण का खुलासा कर दिया।
Video:माउंट आबू हत्याकांड के खुलासे पर क्या बोले पुलिस अधीक्षक…👇