हरदा के आबादी वाले क्षेत्र में पटाखा फैक्ट्री, प्रशासनिक लापरवाही का नमूना

हरदा/भोपाल। मध्यप्रदेश के हरदा जिला मुख्यालय पर आबादी वाले क्षेत्र में पटाखा फैक्ट्री में आज सिलसिलेवार विस्फोट की घटना के साथ ही प्रशासनिक लापरवाही भी उजागर हुई है।
पटाखा फैक्ट्री और उसके गोदाम नगर के बाहरी क्षेत्र में आवासीय स्थान पर बनी हुई है और इसका मालिक राजीव अग्रवाल नाम का व्यक्ति बताया गया है।

बताया गया है कि कुछ वर्ष पहले भी इस फैक्ट्री में विस्फोट की घटना हुई थी और तब मालिक के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया था। इस मामले में उसे सजा होने की जानकारी भी सामने आई है।

पटाखा फैक्ट्री को लायसेंस और इसके संचालन के संबंध में वैध दस्तावेजों के बारे में पूछे जाने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता फैक्ट्री परिसर में आग पर काबू पाने के साथ ही हादसे के प्रभावितों को सुरक्षित निकालना और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाना है। इस मामले की जांच बाद में की जाएगी।

नागरिकों का कहना है कि फैक्ट्री यहां के बैरागढ़ क्षेत्र में संचालित थी और इसमें कई श्रमिक कार्य करते हैं। पटाखा निर्माण में इस्तेमाल होने वाली विस्फोटक सामग्री भी फैक्ट्री क्षेत्र के आसपास बनाए गए गोदाम में रखी हुई थी।

अब सवाल यह है कि जिला मुख्यालय पर आबादी वाले क्षेत्र में इस तरह फैक्ट्री का संचालन हो और प्रशासन को खबर न हो, यह कैसे हो सकता है। एक और सवाल यह भी है कि क्या फैक्ट्री वैध अनुमति के तहत संचालित थी। और यदि अनुमति थी, तो क्या रहवासी क्षेत्र में इस तरह की फैक्ट्री के संचालन की अनुमति दी जा सकती है।

बताया गया है कि फैक्ट्री से कुछ ही दूरी पर एक पेट्रोल पंप भी स्थित है और राहत और बचाव कार्य के दौरान इस बात का ध्यान रखा गया कि विस्फोटकों की चिंगारी कहीं पंप तक नहीं पहुंच जाए। इसके अलावा आशंका है कि विस्फोट के कारण मलबे में तब्दील हुए मकान और फैक्ट्री में दर्जनों लोग कार्य कर रहे होंगे या फिर वहां मौजूद रहे होंगे।

इस फैक्ट्री में दिन में लगभग साढ़े ग्यारह बजे विस्फोट और आग लगने की घटना के कारण आसपास के कई किलोमीटर क्षेत्र में कंपन भी महसूस हुए। दुर्घटनास्थल के आसपास विस्फोट और आग के कारण सड़क पर भगदड़ की स्थिति बन गई। प्रशासन ने दोपहर दो बजे तक 6 लोगों के मरने और 60 से अधिक लोगों के घायल होने की बात कही है।

अग्नि दुर्घटना के पीड़ितों की सहायता के लिए कंट्रोल रूम स्थापित

हरदा में जिला प्रशासन ने अग्नि दुर्घटना के पीड़ितों की सहायता के लिए कंट्रोल रुप स्थापित कर दिया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन ने हरदा की नगरीय सीमा के अंतर्गत बैरागढ़ स्थित पटाखा फैक्ट्री एवं गोदाम में घटित अग्नि दुर्घटना में पीड़ितों की सहायता के लिये कलेक्ट्रेट परिसर में जिला स्तरीय आपदा कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कंट्रोल रूम का दूरभाष क्रमांक 07577-223955 है। इसके अलावा पुलिस कंट्रोल रूम के दूरभाष क्रमांक 7587619557 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है।

घायलों के इलाज के लिए की जा रही हरसंभव व्यवस्था : यादव

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हरदा में हुई दुर्घटना के संबंध में मंत्रालय में मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा में कहा कि हरदा में दु:खद घटना घटी है, एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ है। अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार 6 लोगों की मृत्यु हुई है और लगभग 50 लोग घायल हुए हैं।

घटना की जानकारी प्राप्त होते ही सम्पूर्ण प्रशासनिक अमले को राहत कार्यों के लिए तत्काल सक्रिय किया गया। हरदा के लिए 50 से अधिक एंबुलेंस रवाना की गई हैं। भोपाल, इंदौर, होशंगाबाद सहित आसपास के नगरों के अस्पतालों में बर्न यूनिट तत्काल आरंभ करने के लिये व्यवस्था की जा रही है। मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी तथा डीजी होमगार्ड को हेलीकॉप्टर से हरदा के लिए रवाना किया गया है। इसके साथ ही पुलिस बल भी भेजा गया है।

डॉ. यादव ने कहा कि घटना के संबंध में भारत सरकार को भी अवगत कराया गया है, आग पर काबू पाना सर्वोच्च प्राथमिकता है। घायलों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी और उनका इलाज नि:शुल्क किया जाएगा। जिनकी मृत्यु हुई है, उनके परिजनों को चार लाख रूपए की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। घायलों का यथायोग्य इलाज कराने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। बाबा महाकाल सब पर कृपा करेंगे।

डॉ. यादव ने कहा कि हम प्रयास करेंगे कि किसी भी हालत में घटना की पुनरावृत्ति न हो। घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। गृह सचिव जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। जल्द ही आग पर काबू पाया जाएगा। हम सब हिम्मत रखें, सरकार पूरी तरह सजग और मुस्तैद है। राहत और व्यवस्था बहाल करने के लिए सभी प्रकार के प्रबंध किए जा रहे हैं।

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