कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन पर कांग्रेस हाईकमान करेगा फैसला : मल्लिकार्जुन खरगे

बेंगलूरु। कर्नाटक में राजनीतिक हलचल के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को राज्य में संभावित नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर कहा कि यह पूरी तरह से पार्टी हाईकमान पर निर्भर करता है और वही इसका फैसला करेगा।

खरगे ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में यह बात कही। यह पूछे जाने पर कि क्या आने वाले महीनों में कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री सिद्दारमैया की जगह ले सकते हैं, उन्होंने कहा कि यह हाईकमान के हाथ में है। कोई भी यह नहीं कह सकता कि हाईकमान में क्या चल रहा है। यह हाईकमान पर छोड़ दिया गया है।

कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले खरगे ने पार्टी सदस्यों को अटकलों वाले बयानों के जरिए अनावश्यक भ्रम की स्थिति उत्पन्न करने के खिलाफ चेतावनी दी। प्रदेश के नेताओं को अपनी प्राथमिकताएं सार्वजनिक रूप से बताते हुए उन्होंने कहा कि हाईकमान के पास बदलाव करने की शक्ति है, लेकिन अनावश्यक रूप से भ्रम पैदा नहीं करना चाहिए।

कांग्रेस अध्यक्ष की यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब कर्नाटक में कई कांग्रेस विधायकों ने पार्टी के भीतर असंतोष का संकेत देते हुए सार्वजनिक रूप से टिप्पणी की है और शिवकुमार को रोटेशन के आधार पर मुख्यमंत्री पद संभालने के लिए समर्थन का संकेत दिया है, जैसा कि 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले चर्चा की गई थी।

उनके हस्तक्षेप को आंतरिक अशांति को शांत करने और राज्य स्तरीय मामलों पर केंद्रीय नियंत्रण को फिर से कायम करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। उनकी टिप्पणियों से पार्टी की उस अवधारणा की पुष्टि होती है कि इस तरह के महत्वपूर्ण निर्णय सार्वजनिक बहस के बजाय दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व की ओर से लिए जाते हैं।

सिद्दारमैया और शिवकुमार दोनों ने हालांकि अब तक यही कहा है कि वे पार्टी के सामूहिक नेतृत्व के लिए प्रतिबद्ध हैं लेकिन गुट समर्थकों और वरिष्ठ विधायकों के समय-समय पर बयानों से दबाव बढ़ रहा है। कांग्रेस आलाकमान ने बदलाव के बारे में कोई औपचारिक संकेत नहीं दिया है, लेकिन पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व कर्नाटक में राजनीतिक स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है, जहां 2023 के विधानसभा चुनावों में पार्टी ने शानदार जीत हासिल की है।