

सबगुरु न्यूज-सिरोही। केंद्र सरकार द्वारा 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा के बाद लॉक डाउन के मारे टेंट व्यवसाई बैंक पहुंचे।
वहां पर 20 लाख करोड़ रुपये में लोन की ईएमआई के लोन माफी और गुजारे के लिये राहत की कोई व्यवस्था नहीं होने पर जिले के टेंट हाउस व्यवसायियों ने राहत के लिए मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है।
सिरोही जिला टेंट व्यवसाय समिति ने सोमवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में बताया गया कि लॉक डाउन के कारण है टेंट व्यवसाय लगभग चौपट हो गया है। इसमें गोदामों का किराया और कर्मचारियों को मानदेय की मार भी इन लोगों पर है।
इन्हने बताया कि अगले 6 महीने तक भी व्यवसाय में रफ्तार आने की कोई उम्मीद नहीं है। सरकारी गाइडलाइन के अनुसार शादी में केवल 50 मेहमान आएंगे। ऐसे में टेंट हाउस की कोई जरूरत नहीं होती। ऐसे में टेंट व्यवसायियों ने कोई राहत पैकेज या निम्न ब्याज दर ओर पर्सनल लोन उपलब्ध करवाने की आवश्यकता जताई है।
उनहोने मांग की है कि सरकारी, अर्द्ध सरकारी व निजी गोदाम और दुकाने लीज पर ली है उनके बिजली के बिल के स्थाई शुल्क माफ किये जायें तो टेंट व्यवसायियों को राहत मिले।
ज्ञापन देने से पूर्व टेंट व्यवसायियों ने सबगुरु न्यूज को बताया कि 20 लाख करोड़ रुपये के जिस राहत पैकेज की घोषणा केंद्र सरकार ने की है उसमें टेंट व्यवसायियों के लिये कोई राहत नहीं है।
बैंक में बिना ब्याज पर पर्सनल लोन आदि की जानकारी ली थी, लेकिन ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने बताया कि टेंट के लिए सामग्री खरीदने के लिये जरूर लोन मिलने की व्यवस्था है, लेकिन जब काम और कमाई ही नहीं है तो सामग्री खरीदने के लोन का उनके लिए कोई औचित्य नहीं है।
इसमें जिलाध्यक्ष दिलीप खंडेलवाल, उपाध्यक्ष मोहनसिंह राठौड़, शेरू भाई, भगवत सिंह, प्रवीण जैन, रत्न सिंह, अजय भट्ट, भरत माली, सतार भाई, प्रकाश खंडेलवाल आदि शामिल थे।