

लखनऊ । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘अनफिट’ प्रधानमंत्री करार देते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि जनता उनकी कार्यशैली से दुखी है जिसके कारण उन्हें दोबारा सत्ता में नहीं लायेगी।
मायावती ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जनता ने मोदी को सत्ता से उखाड़ फेकने का संकल्प कर लिया है। जनता मोदी सरकार को उखाड़ फेकेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का कार्यकाल अराजकता , तनाव , घृणा और अफरा तफरी का रहा है। वह ‘ पब्लिक आफिस होल्ड ’ करने में विफल साबित हुए हैं।
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि मोदी संविधान, कानून और राजधर्म को निभाने में अनफिट मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री रहे है। उन्होंने कहा कि आम चर्चा है कि नोटबंदी बड़ा घोटाला था और अब यह जांच का विषय है। विदेशों से काले धन लाने में मोदी सरकार विफल रही है। काले धन नही लाने के पीछे क्या राजनीति है इनकी जानकारी उन्हें नही है। उन्होंने कहा कि वही लोग उसे “दौलत की बेटी” कहते है जो दलितों के प्रति घोर जातिवादी है। ये लोग सदियों से दलित ,शोषित, पीड़ित समाज को आगे नही बढ़ने देना चाहते है। उन्होंने आरक्षण का विरोध करने वालों में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) को नम्बर वन बताया।
मायावती ने कहा कि भाजपा पूजीपतियों और धन्ना सेठों की पार्टी है और श्री मोदी देश की 130 करोड़ जनता को गलत और भ्रष्ट मानकर चल रहे है। मोदी सरकार ने घोर किसान विरोधी भूमि अधिग्रहण कानून लाने का जीतोड़ प्रयास किया लेकिन विरोध के कारण उन्हें अपने कदम पीछे हटाने पड़े। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खुद काे दूध का धुला और दूसरों को भ्रष्ट मानते है। उन्होंने भाजपा को दलितों काे बंचित रखने और उनका आत्मसम्मान और स्वाभिमान छीनने वाली पार्टी बताया।
बसपा नेता ने कहा कि भ्रष्ट पूंजीपति सरकार से मिलीभगत कर बैंक में जमा लोगों के करोड़ो रूपयों को लेकर विदेश भाग जाते है और सरकार काले कारनामों पर पर्दा डालने का प्रयास कर रही है। सरकारी मशीनरी का दुरूपयाेग कर विपक्षी दलों को भ्रष्टाचारी साबित करने के प्रयास में सरकार जुटी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी देश की जनता काे गुमराह कर रहे है और यह साबित करने का प्रयास कर रहे कि देश गरीब और संपत्तिविहीन है। भाजपा और उसके सहयोगी गरीबी का रोना रोते रहते है। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय विरोधी दल दलितों को गुमराह करने के लिये हर प्रकार के हथकंडे अपना रहे है।
मायावती ने कहा कि बसपा अध्यक्ष को गैर ईमानदार बताया जा रहा है और उसकी संपत्ति पर सवाल उठाये जा रहे है जबकि वास्तविकता यह है कि जनता और शुभचिंतकों से उन्हें यह संपत्ति मिली है। संपत्ति को लेकर कानून का पालन किया जा रहा है और इसके लिये कर भी जमा कराये जाते है। उनकी संपत्ति खुली किताब की तरह है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि देश के सबसे अधिक बेनामी संपत्ति रखने वाले भ्रष्ट लोग भाजपा से जुड़े है। प्रधानमंत्री वास्तव में कुछ है जनता के समक्ष कुछ और बताने की कोशिश कर रहे है। मायावती ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रही और बसपा के शासन के दौरान “ लेने वाले को दिया भी गया”। सत्ता में रहने के दौरान अपराध को नियंत्रित किया गया और कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनायी गयी जिसकी लोग अब भी तारीफ करते है।
बसपा नेता ने कहा कि मोदी निश्चित रूप से उनसे अधिक समय तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे लेकिन उनकी विरासत ऐसी रही जो सांप्रायिकता के इतिहास में काले धब्बे के समान है। बसपा के शासन के दौरान उत्तर प्रदेश में विकास का नक्शा बदला गया और राजधानी लखनऊ को खूबसुरत शहर बनाया गया। बसपा के शासन के दौरान उत्तर प्रदेश दंगामुक्त और अराजकता मुक्त रहा।