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Fines of Rs 2500 charged on dog without traveling in train
आगरा। कैंट स्टेशन पर बिना टिकट सफर कर रहे कुत्ते को टीटी ने पकड़ा लिया। इसके बाद कुत्ते के मालिक से 2500 रुपए जुर्माना वसूला गया है। दिल्ली के निजामुद्दीन स्टेशन से चलकर हैदराबाद जाने वाली दक्षिण एक्सप्रेस आगरा कैंट स्टेशन रुकी तो टीटी जनरल कोच में टिकट चेक करने लगे। इस बीच टीटी ने कुत्ते के साथ बैठे युवक से टिकट मांगा तो युवक ने अपना तो टिकट दिखा दिया लेकिन कुत्ते का टिकट उसके पास नहीं था। जीआरपी कैंट प्रभारी अश्वनी ने कुत्ता के साथ यात्रा करने वाले हैदराबाद के चंदन से पूछताछ की तो उसने हैदराबाद के बड़े अधिकारी कुत्ता होने की बात कहकर अधिकारी से बात कराई। उन्होंने बिना टिकट सफर करने पर कुत्ते पर 2500 रुपए का जुर्माना लगाया गया।
नई दिल्ली |तीन तलाक विधेयक को तत्काल कानूनी जामा पहनाना जरूरी है। ऐसा लगता है कि सरकार महिलाओं से संबंधित पांच आपराधिक कानून जिन्हें 2015 में सरकार की एक समिति की ओर से चिन्हित किया गया था उसकी अनदेखी की जा रही है। ये पांच कानून हैं-वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध की श्रेणी में लाना, पति व उनके रिश्तेदारों की ओर से की गई क्रूरता की परिभाषा स्पष्ट करना, दहेज विरोधी कानून में त्रुटियों को दूर करना, शादी के लिए महिला और पुरुष की एक समान उम्र तय करना और शादी के मामले में दखल देने वाली खाप पंचायतों को गैरकानूनी करार देना।
इसी तरह की एक समिति के गठन के लगभग 25 साल के अंतराल के बाद 2013 में गठित समिति ने महिलाओं और आपराधिक कानून के संबंध में अपनी समीक्षा में कई सिफारिशें कीं, जो सिर्फ मुस्लिम पर्सनल लॉ तक सीमित नहीं है, बल्कि सभी महिलाओं को कानून और न्याय प्रणाली के माध्यम से मदद करने को लेकर की गई हैं। इनमें कुछ ही सिफारिशों को अमल में लाया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाओं के कानूनी दर्जे में सुधार के तहत बहुआयामी दृष्टिकोण शामिल है, जिसमें सबसे पहले कानून संबंधी दुर्बलताओं, सरकार की नीतियों और योजनाओं का गहराई से परीक्षण किया जाता है। उसके बाद राज्य, पुलिस और अदालत द्वारा कानून के अनुपालन में कमी होने पर उस पर ध्यान दिया जाता है।
वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध की श्रेणी में लाना : मौजूदा कानून में वैवाहिक दुष्कर्म के शिकार के लिए कोई प्रावधान नहीं है। भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 375 के तहत वैवाहिक दुष्कर्म को अपवाद में रखा गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, वैवाहिक दुष्कर्म को अपवाद मानना विवाह की पुरानी धारणा परिचायक है, जिसके तहत पत्नियों को उनके पतियों की जायदाद समझा जाता था। इसलिए सहमति का मूल्यांकन करते समय अपराधी और पीड़ित के बीच संबंध अप्रासंगिक होना चाहिए।
सर्वोच्च न्यायालय की अधिवक्ता करुणा नंदी ने वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध की श्रेणी में लाने की वकालत की है। उनका कहना है कि वैवाहिक दुष्कर्म के मामले पति व उनके रिश्तेदारों की क्रूरता से संबंधित आईपीसी की धारा 498-ए के तहत दायर किया जाना चाहिए।
इंडियास्पेंड से बातचीत में नंदी ने बताया, हालांकि वैवाहिक दुष्कर्म की पीड़िताओं को इन कानूनों के तहत अन्य पीड़ितों से अलग बताया गया है और दुष्कर्म पीड़िताओं के लिए अनिवार्य मुफ्त स्वास्थ्य सेवा व कानूनी सहायता का प्रावधान सीमित है। इन मामलों में न्याय का दायरा संकीर्ण है, क्योंकि इस तरह के दुष्कर्म के दोषी गैर-दुष्कर्म के दंड के अधीन होते हैं, जोकि अपेक्षाकृत बहुत कम होता है।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरपी) के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2016 में महिलाओं के खिलाफ गंभीर अपराधों के कुल 32,25,652 मामलों में से 1,10,378 मामले आईपीसी की धारा 498-ए के तहत दर्ज किए गए थे, जोकि कुल मामलों का लगभग 34 फीसदी है।
महिला आयोग की वकील फ्लेविया एग्नेस ने कहा, अपराध के मामलों की यह संख्या उन मामलों की अपेक्षा कम है जो कि दर्ज ही नहीं हुए, क्योंकि पुलिए विधि प्रकार के शोषण की शिकार महिलाओं वापस भेज देती है बशर्ते उनको शारीरिक चोट नहीं पहुंची हो।
समिति की ओर से क्रूरता की परिभाषा की समीक्षा कर उसमें महिलाओं के खिलाफ घरों में होने वाली हिंसा के विविध रूपों को शामिल करने की सिफारिश की गई है। समिति ने यह भी कहा कि इसका प्रावधान घरेलू हिंसा से महिला का बचाव कानून (पीडब्ल्यूडीएवी) 2005 के तहत घरेलू हिंसा की परिभाषा के समान होना चाहिए।
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सव्रेक्षण-2015-16 के आंकड़ों में 31 फीसदी विवाहित महिलाओं को शारीरिक यौन या मानसिक रूप से पति की प्रताड़ना (स्पाउजल वॉयलेंस) का शिकार बताया गया है, जिसमें सबसे ज्यादा शारीरिक हिंसा 27 फीसदी है।
दहेज रोधी कानून में संशोधन : वर्तमान में दहेज निरोधक कानून 1961 के तहत दहेत देने या लेने पर रोक है। इस कानून को तोड़ने वालों के लिए पांच साल की सजा का प्रावधान है। समिति ने एनसीडब्ल्यू की ओर से दहेज रोधी कानून में संशोधन के प्रस्ताव को दोहराया, जिसमें इसकी परिभाषा को व्यापक बनाने की बात कही गई है। समिति ने स्त्रीधन को दहेज की परिभाषा में शामिल करने की सिफारिश की। साथ ही स्त्रीधन का वारिश पति को बनाए जाने वाले प्रावधान को हटाने को कहा।
उधर, जुलाई 2017 में शीर्ष अदालत ने 498-ए के तहत दहेज के मामले में पति और उसके परविार को तत्काल गिरफ्तार करने के प्रावधान को हटा दिया। अदालत ने यह फैसला दहेज के ज्यादातर मामलों में आरोपी के बरी करार दिए जाने की रिपोर्ट के मद्देनजर लिया था।
हालांकि एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, 2005 से 2015 के दौरा 88,467 महिलाओं की मौत दहेज से संबंधित मामलों में हुआ, जिससे जाहिर है रोजाना 22 महिलाओं की मौत दहेज को लेकर हुई।
शादी की समान न्यूनतम उम्र : बाल विवाह निषेध कानून 2006 के तहत बाल विवाह को गैर-कानूनी करार दिया गया है और लड़के के लिए शादी की न्यूनतम उम्र 21 साल और लड़की के लिए 18 साल रखी गई है। समिति ने दोनों की शादी के लिए न्यूनतम उम्र एक समान रखने की सिफारिश की है। शहरी इलाकों में लड़कियों की कम उम्र में शादी की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है जबकि इसके उलट ग्रामीण इलाकों में लड़कियों की शादी अब ज्यादा उम्र में होने लगी है।
ऑनर किलिंग के फतवे जारी करने वाले खाप को अपराध की श्रेणी में लाना : महिलाओं का असमान आर्थिक, सामाजिक और राजनीति स्थिति व दर्जा पितृसत्तात्मक समाज के कारण है जहां महिलाओं के बारे में रूढ़िवादी सामाजिक व सांस्कृतिक दृष्टिकोण देखने को मिलता है। समिति की रिपोर्ट में कहा गया है-“ऑनर किलिंग महज सजा नहीं है, बल्कि निर्मम हत्या है। आमतौर पर लड़कियों की हत्या की जाती है।”
एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, 2014 से 2016 के बीच ऑनर किलिंग के मामलों में दोगुना इजाफा हुआ। वर्ष 2015 में ऑनर किलिंग के 192 मामले दर्ज किए गए।
समिति ने रिपोर्ट में कहा, महिलाओं प्रति हिंसा को कठिन सामाजिक व्यवस्था के रूप में स्वीकार किया गया है जिसके जरिये महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम महत्व दिया जाता है। इस प्रकार महिलाओं के गुणात्मक अधिकार का उल्लंघन होता है।
नई दिल्ली | टैल्कम पाउडर न सिर्फ पसीना सोखने और खूशबू के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकता है बल्कि इसका इस्तेमाल मेकअप सेट करने में भी किया जा सकता है। ‘7 शेड्स बाई पुनीति यूनीसेक्स सैलॉन’ की सौंदर्य विशेषज्ञ पुनीति और ‘श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टूट्यूट’ के वरिष्ठ त्वचा विशेषज्ञ विजय सिंघल ने टैल्कम पाउडर के इस्तेमाल के बारे में ये सुझाव दिए हैं :
* बरौनियों का मेकअप करने के दौरान आप टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल कर सकती हैं। बरौनियों पर मस्कारा लगाने से पहले हल्का सा टैल्कम पाउडर लगा लें। इससे आईलैश मेकअप ज्यादा देर तक टिका रहेगा। टैल्कम पाउडर लगाते समय अपनी आंखों को बंद रखें, जिससे आंखों में खुजली या किसी किस्म की समस्या नहीं हो।
* मेकअप बेस के तौर पर टैल्कम पाउडर का बेहतरीन इस्तेमाल हो सकता है। मेकअप के चिपचिपेपन व चेहरे के तैलीय लुक से बचने के लिए हल्का सा टैल्कम पाउडर लगा लें। यह आपके मेकअप को सेट करने में मदद करता है और अतिरिक्त तेल को अवशोषित कर लेता है।
* वैक्सिंग के बाद खुजली या लालिमा से बचने के लिए वैक्स कराने से पहले आप टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल कर सकती हैं। जिस हिस्से में वैक्स कराना है, वहां पर थोड़ा सा पाउडर लगा लें, इससे त्वचा में कोमलता महसूस होगी।
* टैल्क बेहतरीन ड्राइ शैम्पू का भी काम करता है। सिल्की बालों के लिए बालों की जड़ों पर थोड़ा सा टैल्कम पाउडर छिड़क लें। यह अतिरिक्त तेल को अवशोषित कर लेगा और आपके बालों को सिल्की लुक देगा। ऐसा कर लेने के बाद बाल जरूर धो लें, हालांकि इसका इस्तेमाल नियमित रूप से न करें।
* टैल्कम पाउडर शरीर से पसीने की दरुगध को खत्म करने का भी काम करता है और ताजगी महसूस कराता है। अगर, त्वचा में खुजली हो रही है, तो उसे दूर करने के लिए थोड़ा सा पाउडर लगा लें।
इस्लामाबाद| पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनकी बेटी और दामाद के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में इस्लामाबाद में जवाबदेही अदालत में सुनवाई हो रही है। अपदस्थ प्रधानमंत्री 13वीं बार जवाबदेही अदालत में पेश हुए।नवाज मंगलवार सुबह बेटी मरियम और दामाद रिटायर्ड कैप्टन सफदर के साथ लाहौर से इस्लामाबाद पहुंचे। कुछ देर के लिए पंजाब हाउस में रुकने के बाद वह अदालत के लिए रवाना हो गए।उनके आगमन पर अदालत के बाहर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात नजर आया। तीन गवाहों द्वारा न्यायाधीश मोहम्मद बशीर के सामने गवाही देने की उम्मीद है, जो मामले की सुनवाई करेंगे।
पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय की पांच सदस्यीय पीठ ने 28 जुलाई को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (नैब) को नवाज और उनके बच्चों के खिलाफ छह सप्ताह में जवाबदेही अदालत में भ्रष्टाचार मामले में याचिका दाखिल करने का निर्देश दिया था और ट्रायल कोर्ट को छह सप्ताह में इस संदर्भ में फैसला करने का निर्देश दिया था।
सर्वोच्च न्यायालय ने न्यायमूर्ति इजाजुल अहसान को जवाबदेही अदालत की कार्यवाही में प्रगति पर नजर बनाए रखने के लिए पर्यवेक्षक के तौर पर नियुक्त भी किया था।
Punjab minister resigns after allegations of corruption
चंडीगढ़। पंजाब कैबिनेट के मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने खुद पर लगे भ्रष्टाचार और धनशोधन के आरोप के बाद मंगलवार को पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि अभी तक मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है।
Cold wave continues in Jammu and Kashmir, mercury in Kargil dropped to minus 19 degrees
जम्मू/श्रीनगर | जम्मू एवं कश्मीर में रातभर छाए बादलों और शीतलहर के कारण मंगलवार को राज्य के न्यूनतम तापमान में फिर से गिरावट दर्ज हुई। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “शून्य से 19 डिग्री सेल्सियस कम तापमान के साथ मंगलवार को जम्मू एवं कश्मीर में कारगिल सबसे ठंडा रहा, जबकि लेह में शून्य से 13.8 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज हुआ।बर्फ से ढकी पहाड़ियों से कश्मीर घाटी में आ रही ठंडी हवाओं ने यहां की कड़ाके की ठंड वाली 40 दिवसीय अवधि ‘चिल्लई कलां’ की तीव्रता को और बढ़ा दिया है। यह अवधि 30 जनवरी को समाप्त होगी। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में अगले दो-तीन दिनों में जम्मू क्षेत्र, कश्मीर घाटी और लद्दाख क्षेत्र में रात के तापामन में और गिरावट आने की संभावना जताई है।मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, जम्मू शहर में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि श्रीनगर में शून्य से 4.9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र के मैदानी इलाकों में चल रही ठंडी हवाओं ने रात में ठिठुरन और बढ़ा दी है, जबकि धूप निकलने के चलते जम्मू में दिन के समय थोड़ी गर्माहट महसूस होती है।
पहलगाम में तापमान शून्य से 6.6 डिग्री नीचे और गुलमर्ग में शून्य से 6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ।
कटरा में मंगलवार को न्यूनतम तापमान सात डिग्री, बटोटे में 3.8 डिग्री, बनिहाल में शून्य से दो डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ, जबकि भदरवाह और उधमपुर दोनों जगहों पर 0.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
Actually looks like Goddess Kangana: Jishu Sengupta
मुंबई| फिल्म ‘मणिकर्णिका’ में कंगना के साथ काम कर रहे बंगाली अभिनेता जीशु सेनगुप्ता का कहना है कि फिल्म के सेट पर अभिनेत्री सच में एक देवी की तरह दिखाई देती हैं। जीशु पहले ही यहां फिल्म की पहली चरण की शूटिंग पूरी कर चुके हैं और वह महीने के अंत तक बीकानेर में शूटिंग शुरू कर देंगे। फिल्म में वह गंगाधर राव के किरदार में हैं।जीशु ने एक बयान में कहा, कंगना के साथ काम करना शानदार रहा है। सेट पर वह सच में एक देवी की तरह नजर आती हैं। वह हमेशा विनम्र रहती हैं और गंभीर स्वभाव की शख्स हैं। वह एक उम्दा कलाकार हैं और सभी कलाकारों के साथ बेहद सहयोगात्मक हैं।जिशु फिलहाल श्रीजीत मुखर्जी द्वारा निर्देशित बंगाली फिल्म ‘एक जे छिलो राजा’ की शूटिंग में व्यस्त हैं। जिशु ‘बर्फी’, ‘मर्दानी’ और ‘पीकू’ जैसी बॉलीवुड फिल्मों में काम कर चुके हैं।
लॉस एंजेलिस| रियेलिटी टीवी स्टार क्रिस जेनर को लगता है कि उनकी बेटी कायली का उनके ही घर के कर्मचारियों द्वारा शोषण किया जा रहा है। कायली ने अपनी मां को सूचित किया कि उनके घर में काम करने वाले एक कर्मचारियों में से एक ने घर में ही उनकी तस्वीरें खींच लीं। इसे लेकर क्रिस काफी परेशान हैं।क्रिस ने कहा, मुझे कायली के लिए बुरा लग रहा है क्योंकि कोई न कोई हमेशा परिस्थितयों का फायदा उठाने की कोशिश करता है। उन्होंने कहा, जब कोई अपने ही घर में वह तस्वीरें लेने की कोशिश करे जो नहीं ली जानी चाहिए, तो यह बेहद तनावपूर्ण होता है। आपके चाहते हैं कि आपके आसपास भरोसेमंद लोग हों, लेकिन हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए। और जब आपको महसूस हो कि अपने ही बेडरूम या बाथरूम में आपकी निजता का उल्लंघन हो रहा है तो यह बेहद परेशान करने वाली बात होती है।
Cheat India’ will be the historical character of my career: Imran Hashmi
मुंबई | अभिनेता इमरान हाशमी एक फिल्म का सह-निर्माण कर रहे हैं जिसका नाम है ‘चीट इंडिया’। इमरान ने कहा कि इस फिल्म का किरदार उनके अभी तक के फिल्मी करियर का सबसे ऐतिहासिक किरदार होगा। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘चीट इंडिया’ की पटकथा और शीर्षक बहुत शक्तिशाली हैं। यह उन सब कहानियों में सबसे दिलचस्प है जिन्हें मैंने अब तक पढ़ा है और मैं वह भूमिका निभाने को लेकर बेहद रोमांचित हूं, जो मुझे लगता है कि मेरे फिल्मी करियर की एक ऐतिहासिक भूमिका होगी। मैं बेहद शानदार लोगों जैसे सौमिक के साथ काम करने के लिए भी उत्सुक हूं।
इमरान टी-सीरीज और एलिप्सिस एंटरटेंमेंट के साथ इस फिल्म सह-निर्माण कर रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को ट्विटर पर एक तस्वीर साझा की जिसमें वह भूषण कुमार, तनुज गर्ग व अतुल कासबेकर के साथ नजर आ रहे हैं।
इमरान ने ट्वीट कर कहा,इमरान हाशमी फिल्म्स टी-सीरीज और एलिप्सिस एंटरटेंमेंट के साथ ‘चीट इंडिया’ पर काम करने को लेकर खुश है जो भारतीय शिक्षा प्रणाली की वास्तविक घटनाओं पर आधारित है।
उन्होंने कहा, यह फिल्म प्रत्येक भारतीय छात्र के लिए है जो प्रतिस्पर्धी माहौल के कारण दबाव में है। आज के युवा ‘चीट इंडिया’ के साथ खुद को काफी हद तक जुड़ा हुआ महसूस करेंगे।
BIRTHDAY SPECIAL: Siddharth Malhotra is extremely shy in the case of girls
नई दिल्ली| फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ से सीधे लोगों के दिलों में उतरने वाले अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा मंगलवार को अपना 33वां जन्मदिन मना रहे हैं। पर्दे पर रोमांटिक किरदार निभाने वाले सिद्धार्थ लड़कियों के मामले में बहुत शर्मीले स्वभाव के हैं। ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ ने उन्हें पहचान तो दिलाई लेकिन इस ब्रेक के लिए उन्हें खासी मशक्कत करनी पड़ी। उन्होंने 18 साल की उम्र से ही मॉडलिंग करनी शुरू कर दी थी लेकिन वह इतने से खुश नहीं थे। वह अभिनय करना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने काफी भाग-दौड़ भी की। इस बीच करण ने उन्हें अपनी फिल्म ‘माय नेम इज खान’ में सह निर्देशक के तौर पर काम करने का मौका दिया। करण की ही पारखी नजरें थी कि वह सिद्धार्थ की प्रतिभा और एक्टिंग के उनके जुनून को भांप गए और उन्हें ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ में आलिया भट्ट और वरुण धवन के साथ ब्रेक दिया।
सिद्धार्थ का जन्म 16 जनवरी 1985 में दिल्ली के एक पंजाबी मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था। इनके पिता सुनील मल्होत्रा नेवी में कर्मचारी हैं। सिद्धार्थ ने लिखाई-पढ़ाई दिल्ली में ही की और कॉलेज के दौरान ही मॉडलिंग में हाथ आजमाया।
सिद्धार्थ के करियर की अब तक की फिल्मों में रोमांटिक कॉमेडी ‘हंसी तो फंसी’, ‘एक विलेन’, ‘कपूर एंड संस’, ‘ब्रदर्स’, ‘ए जेंटलमेन’, ‘इत्तेफाक’ हैं। इन फिल्मों में सिद्धार्थ ने अलग-अलग तरह की भूमिकाएं की हैं। वह फिल्मों में अलग-अलग तरह के किरदार निभा चुके हैं। ‘एक विलेन’ में सिद्धार्थ का काबिलेतारीफ अभिनय देखने के बाद सलमान खान ने उन्हें एक डिजाइनर घड़ी तोहफे में दी थी।
सिद्धार्थ मल्होत्रा ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ के लिए सर्वश्रेष्ठ डेब्यू एक्टर के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड जीत चुके हैं। इसके साथ ही उन्हें साल के सर्वश्रेष्ठ डेब्यू एक्टर के लिए साउथ अफ्रीका इंडिया फिल्म एंड टेलीविजन अवॉर्ड भी मिल चुका है।
फिल्मी दुनिया से इतर सिद्धार्थ की छवि जमीन से जुड़े इंसान की है। वह विभिन्न सामाजिक कार्यो से जुड़े हुए हैं। उत्तराखंड में बाढ़ के समय सिद्धार्थ ने वरुण धवन, श्रद्धा कपूर, आदित्य राय कपूर और हुमा कुरैशी के साथ मिलकर एक समारोह के जरिए पूंजी जुटाई थी।
सिद्धार्थ रग्बी के शानदार खिलाड़ी है। इसके साथ ही उनका प्रकृति के प्रति लगाव काबिलेतारीफ है। यही वजह है कि उन्हें ‘टूरिज्म न्यूजीलैंड’ का पहला भारतीय एंबेसेडर बनाया गया है।